November 21, 2024
पूर्व केंद्रीय मंत्री अम्बाला, लोकसभा संसद रतन लाल कटारिया ने कहा कि भाजपा सरकार का लक्ष्य ‘ईज ऑफ लिविंगÓ और ‘ईज ऑफ डूइंगÓ को बेहतर बनाना है। देश में भाजपा की केंद्र सरकार व भाजपा शासित प्रदेशों की सरकारें न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन के सिद्धांत पर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने कानूनों को हटाने और अनुपालन बोझ को कम करने के लिए जोर देते हैं, वह राज्यों से आग्रह करते हैं कि नवीन शासन प्रथाओ को राज्यों में लागू करना चाहिए। हमारी सरकारों की प्राथमिकता क्लाइमेट चेंज परियोजनाओं, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की योजनाओं और स्वयं सहायता समूह को ध्यान में रखते हुए बनाए गए ग्रामीण आजीविका के कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण विकास, युवा विकास और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पर केंद्रित रहते हैं।
उन्होने कहा कि हमें अंतिम व्यक्ति तक प्रशासन व मूलभूत आवश्यकताओं का वितरण सुनिश्चित करने के लिए कार्य में गति और पारदर्शिता लाने के लिए डाटा आधारित प्रणालियों के उपयोग पर जोर देना होगा। उन्होने कहा कि आज भारत में निवेश का सबसे अच्छा समय है। उन्होंने उल्लेख किया कि भारतीय युवाओं में उधमशीलता एक नई ऊंचाई पर है।
आज भारत के पास दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा यूनीकान्र्स हैं, जिनकी संख्या 80 से ज्यादा हैं। आज नये स्टार्ट-अप्स पंजीकरण की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज भारत दुनिया में रिकॉर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है। 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर्स भारत में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलते हुए सिर्फ प्रक्रियाओं को आसान बनाने पर ही नहीं बल्कि निवेश और उत्पादन को प्रोत्साहित करने की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है।
भारत वर्तमान के साथ-साथ अगले 25 वर्षों के लक्ष्य को लेकर नीतियां बना रहा है, इस अवधि में भारत में उच्च वृद्धि, कल्याण और आरोग्य को उच्चतम स्तर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। विकास की यह अवधि हरित, स्वच्छ, सतत होने के साथ-साथ भरोसेमंद भी साबित होगी।
उन्होने कहा कि भारत की 75 प्रतिशत आबादी गांव में निवास करती है इसीलिए गांव को सड़कों से जोडऩा, इंटरनेट फाइबर से जोडऩा और किसानों की आय बढ़ाना आदि कार्यों के माध्यम से सरकार गांव की विकास की दिशा में कदम बढ़ा रही है।  प्रधानमंत्री जी ने दो दिन पूर्व किसान सम्मान निधि की 13वी किस्त के रूप में 16,800 करोड रुपए किसानों के खातों में हस्तांतरित किए हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *