डेहा कॉलोनी, रामनगर अम्बाला शहर की प्रधान गोगी ने चेयरमैन, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, भारत, पुलिस महानिदेशक, हरियाणा, एडीजीपी, अंबाला रेंज को अपनी शिकायत में खुलासा किया है कि उनकी कॉलोनी के लोगों पर पिछले काफी समय से पुलिस व कुछ विशेष समाज के लोगों द्वारा भारी ज्यादतियां की जा रही हैं। इतना ही नहीं यहां रहने वाले 400 परिवारों को भी उजाड़ने की साजिशें रची जा रही हैं।
ताजा मामला उनकी कॉलोनी के रहने वाले विजय पुत्र मदन लाल का है। विजय गाड़ी चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। मगर अब जाति विशेष के लोगों ने उसे अंधा बनाकर जेल में डलवा दिया है। पुलिस ने भी उनकी नहीं सुनी। हमले के कारण बुरी तरह जख्मी हुए विजय की एक आंख अब पीजीआई चंडीगढ़ के चिकित्सकों ने निकाल दी है। एक आंख से अंधा होने के बावजूद वह अभी तक जेल में है।
वे खुद पीड़ित परिवार के साथ पुलिस के पास हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए चक्कर काटकर थक चुकी हूं। उल्टा पुलिस ने अब कॉलोनी के कई दूसरे युवकों की गिरफ्तारी के लिए दबाव बना रही है। यह घटना 8 नवंबर 2022 की है। विजय अपने दोस्त बंटी व रॉकी के साथ ब्रेजा कार में सवार होकर मंजी साहिब गुरूद्वारा की ओर से नाहन हाउस आ रहे थे। तभी बीच रास्ते में विजय की गाड़ी साइड में करने को लेकर सहज डेयरी चालक रणजीत सिंह उर्फ विक्की से तकरार हो गई। बहस होने के बाद रणजीत सिंह के साथी शैंकी, रिंकू उर्फ गुरसेवक पुत्र विक्की, अमन सिंह पुत्र बलजिंद्र सिंह व डेयरी पर काम करने वाले शिव समेत 15-20 लोग मौके पर आ गए। इन लोगों ने कहा कि सालों डेहों तुम यहां कैसे आ गए।
आज हमारे गुरुओं का त्यौहार गुरुपूर्व है। गोगी ने कहा कि तब अपने रिश्तेदार के बीमार होने की बात कहकर विजय अपने दोनों साथियों के साथ बचकर वहां से आ गया था। इसके थोड़ी देर बाद ही जब वह वापिस वहां से गुजरा तो उपरोक्त हमलावरों ने फिर विजय की गाड़ी को रोक लिया।
फिर रणजीत सिंह ने गाली गलौज करते हुए विजय को गाड़ी से बाहर निकालकर थप्पड़ मार दिया। इसके बाद कार में सवार बंटी व रॉकी पर भी हमला कर दिया। हमले के दौरान ही रणजीत सिंह ने अपनी दुकान में रखी पांच लीटर तेजाब की कैनी विजय, रॉकी व बंटी पर फेंक दी। तेजाब गिरने के कारण तीनों बुरी तरह से झुलस गए। विजय की एक आंख में भी तेजाब चला गया था। इस दौरान रणजीत सिंह पर भी तेजाब गिर गया।