
नगर निगम के जोन 1 के बाद सोमवार को जोन 2 में भी डोर टू डोर कचरा उठान का कार्य शुरू हो गया। मेयर मदन चौहान ने सोमवार को औरंगाबाद कचरा निस्तारण प्लांट से टिप्परों को हरी झंडी देकर रवाना किया। जोन 2 में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का कार्य आईएनडी सॉल्यूशन गुरुग्राम एजेंसी को दिया गया।
एजेंसी की ओर से डोर टू डोर कचरा उठान के लिए 51 टिप्पर, 11 ट्रैक्टर ट्रॉलियां, 20 छोटी रेहड़ियां व अन्य वाहन लगाए गए है। कार्य के हिसाब से भविष्य में एजेंसी की ओर से इन वाहनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इनके अलावा गलियों व सड़कों पर लगे गंदगी के ढेर व डस्टबिन खाली करने के लिए रिफ्यूज कंपेक्टर (डस्टबिन खाली करने वाले वाहन), डंपर प्लेसर, ट्रैक्टर लोडर, जेसीबी मशीन व अन्य साधन लगाए गए है।
वाहनों पर निगरानी रखने के लिए हर टिप्पर पर जीपीएस लगाया गया है। डेढ़ सौ से अधिक कर्मचारियों की मदद से जोन के सभी 11 वार्डों में रोजाना डोर टू डोर कचरा उठान किया जाएगा। इसके अलावा सड़कों पर रखे डस्टबिन व डंपिंग प्वाइंट को साफ किया जाएगा। टेंडर लेने वाली एजेंसी द्वारा घर-घर से सूखा व गीला कचरा अलग अलग करके एकत्रित किया जाएगा। इसके बाद एजेंसी द्वारा ही उसका निस्तारण किया जाएगा।
बता दें कि नगर निगम में 22 वार्ड है। 11-11 वार्डों के दो जोन बनाकर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम शुरू किया गया है। जोन 1 में कचरा कलेक्शन, शिफ्टिंग व निस्तारण का कार्य श्री श्याम एसोसिएशन एजेंसी द्वारा शुरू किया गया ह। वहीं, जोन 2 में यह कार्य आईएनडी सॉल्यूशन गुरुग्राम एजेंसी को दिया गया है।
सोमवार दोपहर बाद मेयर मदन चौहान, अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार, सीएसआई हरजीत सिंह, एमई दीपक सुखीजा, एजेंसी के निदेशक चिराग व अन्य ने औरंगाबाद कचरा निस्तारण प्लांट से टिप्परों को हरी झंडी देकर रवाना किया। जिसके बाद जोन के हर वार्ड में टिप्पर, ट्रैक्टर ट्रॉलियां व छोटी रेहड़ियां भेजी गई। बड़ी गलियों व सड़कों पर टिप्परों व ट्रैक्टर ट्रॉलियों के माध्यम से डोर टू डोर कचरा एकत्रित किया गया।
वहीं, जिन गलियों में टिप्पर व ट्रैक्टर ट्रॉलियों का जाना संभव नहीं था, वहां पर छोटी रेहड़ियों द्वारा कचरा एकत्रित किया गया। मेयर मदन चौहान ने बताया कि डोर टू डोर कचरा उठान के लिए टिप्परों की संख्या में अभी बढ़ोतरी की जानी है। उन्होंने बताया कि डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने के बाद उसे औरंगाबाद कचरा निस्तारण प्लांट में पहुंचाया।
जहां मशीनों के माध्यम से इसका जैविक खाद तैयार किया जाएगा। ई-वेस्ट व अन्य कचरा का रिसाइकिल भी एजेंसी द्वारा किया जाएगा। मेयर मदन चौहान ने शहरवासियों से अपील की है कि वे अपने घर से ही सूखा व गीला कचरा अलग अलग करके दें और अपने शहर को सुंदर बनाए रखने में निगम का सहयोग करें।