गुरुग्राम की एसटीएफ टीम को उस वक्त कामयाबी हाथ लगी जब दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर से गैंगस्टर विकास लगरपुरिया को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया दर सहल एसटीएफ की टीम को सूचना मिली थी कि दुबई से अपनी गैंग चलाने वाले विकास लगरपुरिया अपने बीमार पिता को मिलने के लिए अपने गांव जा रहा हैं इसी सूचना को ध्यान में रखते हुए एसटीएफ की टीम ने गुरुग्राम दिल्ली बॉर्डर पर नाकेबंदी की और लगातार तमाम वाहनों की जांच की इस दौरान एसटीएफ की टीम ने कई लोगों को राउंडअप किया दर्जनों लोगों से पूछताछ की
जब विकास लगरपुरिया को गिरफ्तार किया तो लगरपुरिया लगातार अपना नाम और एड्रेस बदल रहा था और तकरीबन 2 घंटे से ज्यादा की पूछताछ के बाद विकास लगरपुरिया ने अपनी पहचान कबूली उसके बाद एसटीएफ की टीम ने इस को गिरफ्तार किया हालांकि एसटीएफ को यह कंफर्म करने में करनाल और सोनीपत के गांव में भी फोन करना पड़ा जिनका नाम ले रहा था और जब वहां से साफ हो गया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति इस गांव में नहीं रहता तो एसटीएफ की टीम ने जब शक्ति से पूछी तो फिर विकास लगरपुरिया टूट गया और अपनी पहचान बता दी
विकास लगरपुरिया पर ना केवल गुरुग्राम बल्कि हरियाणा के अलग-अलग जिलों के साथ-साथ दिल्ली यूपी पंजाब और राजस्थान सहित कुल मिलाकर 24 मामले दर्ज हैं जिनमें से एक हत्या के प्रयास के मामले में ये जेल में सजा काट रहा था तो वहीं पैरोल के दौरान सन 2015 में फरार हो गया था और उसके बाद लगातार दुबई से अपनी गैंग को ऑपरेट करता था और गुरुग्राम में सन 2021 में अगस्त के महीने में पूरे 30 करोड़ की चोरी में यह मास्टरमाइंड था
इस चोरी की अगर हम बात करें गुरुग्राम पुलिस के आईपीएस अधिकारी के साथ दिल्ली स्पेशल पुलिस का जवान भी इसमें शामिल था तो वहीं दो डॉक्टरों ने भी इस पूरी चोरी की वारदात को अंजाम देने में अपना अहम रोल निभाया था लेकिन विकास लगरपुरिया इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड था और दुबई से ही बैठकर 30 करोड़ की चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया
इस पूरे मामले में एसटीएफ की टीम अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है तो वही आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया का इसी सप्ताह लाइव डिटेक्टिव टेस्ट भी करवाया गया है जिसकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है लेकिन मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद जहा इस वारदात में और कई खुलासों की भी उम्मीद जताई जा रही है