करनाल में ब्राह्मण महाकुंभ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंच कई घोषणाएं की, जिसे आप पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ब्राह्मणों के साथ धोखा बता रहे हैं। इस संबंध में आज उन्होंने गॉड ब्राह्मण शिक्षण संस्थान की पहरावर स्थित विवादित जमीन पर प्रेस वार्ता की। यही नहीं उन्होंने तो एलान कर दिया कि ब्राह्मणों का श्राप है कि मनोहर लाल 10 महीने तक भी मुख्यमंत्री नहीं रह सकते और अगर ऐसा नहीं हुआ तो 10 साल मुख्यमंत्री का आशीर्वाद देने वाले उनसे ₹11000 ले जाएं।
जयहिंद ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को 8 साल में ब्राह्मणों की याद आई और यह ब्राह्मण महाकुंभ किया। ब्राह्मणों की मुख्य मांग इपीबीजी लागू करना, ब्राह्मण आयोग का गठन करना था। लेकिन दोनों ही मांगों में मुख्यमंत्री गोली बाजी कर गए। जहां तक पहरावर की विवादित जमीन की बात है तो उसको सरकार के देने या ना देने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
वह जमीन ब्राह्मणों की है और उस पर पहले से ही ब्राह्मणों का कब्जा है। उन्होंने कहा कि जो ब्राह्मण नेता मंच पर थे उन्होंने बार-बार कई मांगे मुख्यमंत्री के सामने रखी, लेकिन मुख्यमंत्री ने उनका भी सम्मान नहीं किया। किसी ने भी भगवान परशुराम के नाम से चौराहे-चौक या सड़क के नाम रखने की मांग नहीं रखी। लेकिन मुख्यमंत्री इस तरह की बातें कर ब्राह्मणों को बरगलाना चाहते थे।
साथ ही उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री मनोहर लाल को 10 साल मुख्यमंत्री रहने का आशीर्वाद देने वाले लोग हैं वे सुन लें। अगर 10 महीने भी मनोहरलाल मुख्यमंत्री रह जाए तो उनसे ₹11000 ले जाए। अब ब्राह्मणों का आशीर्वाद नहीं फिर श्राप चलेगा। करनाल के कार्यक्रम में तालिया नहीं बजी मुख्यमंत्री के खिलाफ हूटिंग हुई है।