
गुजरात व हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों के बाद चल रही तमाम अटकलों के बीच भाजपा का शीर्ष नेतृत्व हरियाणा में किसी तरह का नया प्रयोग करने के मूड में नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश सरकार के मुखिया बने रहेंगे और उन्हीं के नेतृत्व में साल 2024 का विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।
अगर कुछ थोड़ा बहुत बदलाव होना है तो मंत्रिमंडल के सदस्यों में हो सकता है। इसका निर्णय भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर ही छोड़ा गया है।
राज्य सरकार के मंत्रियों की परफारमेंस रिपोर्ट पार्टी के पास पहुंच चुकी है। कुछ मंत्री ऐसे हैं, जो बढ़िया काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ मंत्रियों के कामकाज में सुधार की जरूरत महसूस की गई है। पहले ऐसे मंत्रियों को अपने कामकाज में सुधार करने के लिए बोला जा रहा है।
यदि वह इस पर खरे नहीं उतरते तो नए विधायकों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है। मंत्रियों के कामकाज और विभागों में बदलाव की संभावना एक पखवाड़े से बनी हुई थी। एक समान प्रवृति वाले करीब दो दर्जन सरकारी विभागों को आपस में समायोजित कर एक विभाग बनाया गया है।
तीन सदस्यीय कमेटी की सिफारिशों को पिछले दिनों हुई मंत्रिमंडल की बैठक में भी रखा गया था, लेकिन इस पर अभी क्लीयरेटी नहीं आई है। इसलिए इस मुद्दे को फिलहाल ड्राप कर दिया गया है।