
आगामी 11 दिसंबर को करनाल में आयोजित होने वाले भगवान परशुराम महाकुंभ को सफल बनाने को लेकर ब्राह्मण नेता ताबड़तोड़ जनसंपर्क अभियान कर रहे हैं। महाकुंभ में सर्व समाज के ज्यादा से ज्यादा लोग हिस्सेदारी करें इसको लेकर महाकुंभ के समन्वय अधिकारी सुनील शर्मा यमुनानगर पहुंचे। उनके साथ त्यागी वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष उमेश त्यागी व राष्ट्रीय जागरूक ब्राह्मण महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज त्यागी मौजूद रहे।
इस मौके पर सुनील शर्मा ने कहा कि करनाल में होने वाले इस महाकुंभ में 36 बिरादरी के लोगों की आहुति जरूरी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश बनने के बाद यह पहला अवसर है जब इतनी बड़ी संख्या में प्रदेश स्तर पर सर्व समाज के लोग एकत्रित होंगे जिसमें ब्राह्मण समुदाय की हाजिरी सबसे ज्यादा रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समुदाय हमेशा ही अग्रणी रहा है। समय-समय पर उन्होंने व समाज के दूसरे बड़े नेताओं ने मंच के माध्यम से समाज के हितों के लिए आवाज उठाई है लेकिन किसी भी सरकार ने समुदाय की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अब समय है कि समुदाय के लोग एक मंच पर आकर अपनी आवाज को बुलंद करें।
उमेश त्यागी ने कहा कि मंच के माध्यम से समाज के लोगों को सहयोग से ईबीपीजी, ब्राह्मण कल्याण आयोग, भगवान परशुराम के नाम से कोई संस्थान बनाने, ब्राह्मण धर्मशाला के लिए जमीन लेने व समाज के हितों के लिए अनेक मांगों को रखा जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि इन सभी बातों पर विचार करते हुए उन्हें पूरा करने का कार्य किया जाएगा। मनोज त्यागी ने कहा कि 11 दिसंबर को करनाल के हुड्डा ग्राउंड में होने वाले इस महाकुंभ में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व ब्राह्मण समाज से जुड़े अनेक मंत्री व विधायक शिरकत करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह पहल शुरू की है कि सरकार सर्व समाज के गुरुओं व महापुरुषों को सम्मेलन के माध्यम से याद करें। इससे पहले किसी भी सरकार ने इस प्रकार की सोच नहीं दिखाई थी। यह सरकार का एक सराहनीय कदम है। इस अवसर पर राकेश त्यागी, अभिषेक मुद्गल, सुरेंद्र शर्मा पार्षद, राम शरण भारद्वाज पार्षद, रोशल लाल शर्मा, हरिनारायण कौशिक व जतिन शर्मा मौजूद रहे।