
पूर्व केंद्रीय मंत्री अम्बाला लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ता हमारी विचारधारा को नीचे तक पहुंचाने वाले महत्वपूर्ण उपकरण हैं। त्रिदेव सम्मेलन में बूथ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सांसद रत्नलाल कटारिया ने कहा कि सत्ता का रास्ता बूथ से होकर गुजरता है, बूथ हमारी असली ताकत है, बूथ शक्ति का स्त्रोत है, बूथ मजबूत होगा तो पार्टी मजबूत होगी।
इसीलिए हम सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 8 साल बेमिसाल की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाना है। हम अपनी नीतियों और योजनाओं को सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी बनाएं। समाज के सभी वर्गों तक उसको पहुंचाने का काम करें। गांव, गरीब, शोषित, वंचित, दलित, पीडि़त, आदिवासी, महिला और युवाओं तक हमें पहुंचना है और उनका सशक्तिकरण करना है।
भाजपा सांसद रत्नलाल कटारिया ने कहा कि पीएम मोदी के 8 साल के कार्यकाल में भारत की गरीबी 12 प्रतिशत से अधिक घटी है। कांग्रेस की सरकार में जहां देश में गरीबी 22 प्रतिशत से अधिक थी, वहीं आज 10त्न से नीचे आ गई है। साथ ही भारत में अत्यंत गरीबी की दर भी 1 प्रतिशत से नीचे 0.8 प्रतिशत पर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के आत्मविश्वास और सरकार की जन हितैषी नीतियों के कारण भारत की पिछले 8 वर्षों की यात्रा हर स्तर पर अद्भुत उपलब्धियों, व्यापक परिवर्तनों एवं अविस्मरणीय कार्यों से भरी हुई है।
आज भारत जबरदस्त आत्मविश्वास से भरकर वैश्विक स्तर पर अग्रणी राष्ट्र के रूप में उभरा है। चाहे वह कोविड-19 वैश्विक महामारी का दौर हो, किसी भी देश पर कोई प्राकृतिक आपदा हो या कहीं युद्ध ही हो रहा हो, भारत हर देश के साथ उसके संकटकाल में कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है। जिस प्रकार से भारत ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान अन्य देशों की सहायता की उस की सर्वत्र भूरी-भूरी प्रशंसा हुई है। मेड इन इंडिया टीके कई देशों के लिए वरदान सिद्ध हुए हैं और यहां तक कि इस दौर में अमेरिका जैसे विकसित देश को भी समय पर दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं।
उन्होंने कहा कि आज जब पूरा विश्व इस महामारी के साये से बाहर निकलने के लिए प्रयासरत है। भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 8.7 प्रतिशत विकास दर प्राप्त कर विश्व की सबसे तेज गति की प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने में सफलता प्राप्त की है। इसके साथ ही इसने भारी मात्रा में विदेशी निवेश अपनी और आकर्षित किया है तथा निर्यात में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। आज भारत का निर्यात 700 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर चुका है। यह सब आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत उठाए गए कदमों के परिणाम है, जिससे हर चुनौती को अवसर में परिवर्तित किया जा सका है।