हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप द्वारा 24 नवंबर को अम्बाला में जीटी रोड को जाम करने की कॉल को किसान यूनियन ने वापस ले लिया है।
बुधवार प्रातः गृह मंत्री अनिल विज के साथ अंबाला में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में वरिष्ठ नेताओं के प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई। बैठक में गृह मंत्री अनिल विज के आश्वासन के बाद किसानों ने 24 नवंबर को जीटी रोड जाम करने के आंदोलन को वापस लेने की घोषणा की।
बैठक में गृह मंत्री अनिल विज ने किसानों को आश्वासन दिया कि जो मुकद्दमें किसानों पर शेष रह गए हैं उन्हें वापस लेने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि किसानों पर कुल 294 केस है जिनमें से 163 वापस लिए जा चुके हैं और शेष भी जल्द वापस होंगे। गृह मंत्री के आश्वासन पर किसान नेताओं ने खुशी जताई और मंत्री के सकारात्मक रवैये पर उनका धन्यवाद किया। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष करन सिंह मथाना, मीडिया इंचार्ज राकेश बैंस, जिलाध्यक्ष मलकीयत सिंह, युवा अध्यक्ष गुलाब सिंह अन्य मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि किसानों के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई है और जो सरकार ने वचन दे रखा है कि सारे केस वापस लेंगे, वह सारे प्रक्रिया में हैं और लगभग 163 केस वापस भी हो चुके हैं। बाकि केसों पर विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है और कुछ ही दिनों में शेष केस भी वापस हो जाएंगे। श्री विज ने कहा कि केवल बड़े मामले जिनमें मर्डर, रेप आदि है उन केसों को छोड़ शेष केसों को लगभग वापस लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों ने हमारी बात पर विश्वास किया है और वह किसानों का धन्यवाद करना चाहते हैं कि उन्होंने अपने जीटी रोड जाम करने के आंदोलन को वापस लिया है।
वहीं, गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज जाट महासभा के पदाधिकारियों ने भी उनसे मुलाकात की है, उनके कुछ मसले है जिन्हें उन्हें अवगत कराया गया है। इन मसलों पर अधिकारियों की अगले सप्ताह बैठक बुलाई है और उन्हें विश्वास दिलाया है कि जो संभव होगा, वह किया जाएगा।
गृह मंत्री अनिल विज के साथ सकारात्मक बैठक, जाम करने का निर्णय वापस लिया – गुरनाम सिंह चढूनी
किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि गृह मंत्री अनिल विज के साथ आज हमारे प्रतिनिधिमंडल की सकारात्मक बैठक हुई है जिसमें किसान आंदोलन के दौरान दर्ज मामलों पर चर्चा हुई। उन्होंने गृह मंत्री अनिल विज का धन्यवाद करते हुए कहा कि गृह मंत्री अनिल विज ने अच्छे और सौहार्दपूर्ण माहौल में इस मामले को निपटाया है। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कई मुद्दों पर सहमति हुई है जिसमें किसान आंदोलन के कई केस वापस हो चुके हैं और जो शेष रह गए जिन्हें गृह मंत्री अनिल विज ने वापस लेने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। अध्यक्ष चढूनी ने बताया कि हमारी सभी मांगों को गृह मंत्री अनिल विज द्वारा पूर्ण किया गया है जिस कारण अब किसान यूनियन द्वारा 24 नवंबर को रोड जाम करने की कॉल को वापस ले लिया गया है।