नगर निगम की टीम ने बुधवार को जगाधरी से निकलकर आ रहे बड़े नाले पर किए गए अवैध कब्जे हटाए। इस दौरान नाले पर मॉडल टाउन, सरोजनी कॉलोनी, टैगोर गार्डन, लाजपत नगर, बाईपास के पास लोगों ने नाले पर थड़े व लेंटर डालकर अवैध कब्जे किए हुए थे। बाईपास के पास एक फैक्टरी संचालक ने प्लाई डालकर अवैध कब्जा किया हुआ था।
निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर डीटीपी एलसी चौहान व एटीपी लखमी सिंह तेवतिया के नेतृत्व में बनी टीम ने इन अवैध कब्जा पर पीला पंजा चलाकर हटा दिया। नाले से कब्जे हटने से बारिश होने पर कॉलोनियों में जलभराव की समस्या नहीं रहेगी। एटीपी लखमी सिंह तेवतिया ने कहा कि अवैध कब्जा करने वालों पर बख्शा नहीं जाएगा। जहां भी लोगों ने अवैध कब्जे किए हुए है। उन्हें ध्वस्त किया जाएगा।
जगाधरी से पानी की निकासी के लिए एक बड़ा नाला निकल रहा है। जो सेक्टर 17, जिमखाना क्लब, प्रोफेसर कॉलोनी, मॉडल टाउन, टैगोर गार्डन, लाजपत नगर, बाईपास, विजय कॉलोनी, विश्वकर्मा चौक, पुराना हमीदा से होते हुए डिचड्रेन में जाता है। इस नाले पर कई जगह लोगों ने अवैध कब्जे किए हुए थे। कई जगह तो लोगों ने लेंटर डालकर कब्जा किया हुआ था तो कई जगह थड़ियां बनाई हुई थी। इन कब्जों को हटाने के लिए निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर डीटीपी एलसी चौहान व एटीपी लखमी सिंह तेवतिया के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। टीम में एसआई प्रदीप दहिया, पटवारी कुलदीप सिंह, शहर थाना पुलिस, अतिक्रमण हटाने वाले कर्मचारियों, होमगार्ड के जवानों को शामिल किया गया।
बुधवार को यह टीम जेसीबी लेकर मॉडल टाउन में संत निश्चल सिंह स्कूल के पीछे वाले गेट पर पहुंची। यहां जेसीबी के माध्यम से निगम की टीम ने नाले पर किए गए अवैध कब्जे को हटा दिया। इसके बाद सरोजनी कॉलोनी, टैगोर गार्डन, लाजपत नगर से अवैध कब्जे हटाए गए। बाईपास के पास ग्रोवर प्लाईवुड फैक्टरी के संचालकों द्वारा नाले पर कब्जा किया हुआ था। उन्होंने नाले पर प्लाई डालकर उसपर सामान रखा हुआ था। जिसे निगम की टीम ने हटा दिया।
डीटीपी एलसी चौहान व एटीपी लखमी सिंह तेवतिया ने बताया कि बुधवार को नाले पर कई जगह किए गए अवैध कब्जे हटाए गए। जिन स्थानों पर अभी अवैध कब्जे लोगों द्वारा किए गए है, उन्हें भी जल्द हटाया जाएगा। नाले पर जहां भी अवैध कब्जे है, सभी को ध्वस्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम की जगह पर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। जिन लोगों ने अभी भी अवैध कब्जे किए हुए है, वे समय रहते उन्हें स्वयं हटा ले, नहीं तो निगम द्वारा उन्हें ध्वस्त किया जाएगा।