एमबीबीएस छात्रों के लिए सरकार द्वारा सन 2020 में बनाई गई सर्विस बॉन्ड पॉलिसी को खत्म करवाने के लिए हरियाणा के 4 मेडिकल कॉलेजों के 2021 और 2022 बैच के एमबीबीएस छात्र पिछले 14 दिन से विरोध कर रहे हैं । आज 15 वें दिन सोनीपत, करनाल, मेवात और रोहतक मेडिकल कॉलेज के छात्र पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में इकट्ठा होकर विरोध कर रहे हैं। जिसे रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने अपना समर्थन दिया है। छात्रों ने एक पत्रकार वार्ता कर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार सर्विस बॉन्ड पॉलिसी के माध्यम से छात्रों को दबाव में रखना चाहती है।
सरकार द्वारा लाई गई पॉलिसी सरासर गलत है क्योंकि हर छात्र बांड के रूप में 40 लाख रुपए की राशि अग्रिम नहीं दे सकता उन्होंने कहा कि पॉलिसी के अनुसार एमबीबीएस की डिग्री करने के बाद प्रत्येक डॉक्टर को सरकार 7 साल के लिए हरियाणा में सरकारी सेवाएं देने के लिए बाध्य कर रही है जबकि सरकार द्वारा डॉक्टरों को नौकरी देने की प्रक्रिया ही साफ नहीं है हर वर्ष 1300 छात्र हरियाणा में एमबीबीएस की डिग्री ग्रहण करते हैं जबकि सरकार 600 डॉक्टरों को भी नौकरी देने के लिए सक्षम नहीं है जो कि सरासर छात्र की स्वतंत्रता का हनन कहा जा सकता है
क्योंकि डिग्री करने के बाद हर छात्र का अपना अलग फील्ड होता है कोई नौकरी करना चाहता है तो कोई यूपीएससी कंडक्ट करना चाहता है कोई डिफेंस में जाना चाहता है अगर सरकार को सेवाओं के लिए बॉन्ड लेना है तो वह 1 या 2 साल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह लगातार 14 दिन से सरकार की सर्विस बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ धरने प्रदर्शन कर रहे हैं मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तक अपनी बात रख चुके हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई भी नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक बॉन्ड पॉलिसी सरकार खत्म नहीं करती तब तक वह अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
गौरतलब है सरकार ने छात्रों के विरोध को देखते हुए गत दिनों बॉन्ड पॉलिसी में संशोधन किया था जिसके अंतर्गत जो छात्र 40 लाख रुपए एकमुश्त नहीं दे सकता वह किस्तों में भर सकता है और जो छात्र किस्तों में भी राशि भरने में समर्थ नहीं है तो सरकार उसे बैंक लोन उपलब्ध करवा देगी, लेकिन छात्रों ने इस संशोधन को भी सिरे से नकारते हुए कहा कि यह संशोधन पहले वाले से भी गलत है क्योंकि इसमें छात्र को बैंक का ब्याज भी भरना पड़ेगा । आज पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में चार कॉलेजों के छात्र इकट्ठा होकर सरकार की पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं अब देखना होगा कि सरकार इनकी बात मानती है या धरना ऐसे ही चलता रहेगा ।