रैंचर्स को वर्तमान में कस्बों में जमीन का व्यापार करने के लिए स्टाम्प दायित्वों का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी। उस स्थान का व्यापार करने पर जो समान क्षेत्र के लिए जाना जाता है, उदाहरण के लिए आय डोमेन, पशुपालकों को केवल 5 हजार रुपये का स्टाम्प दायित्व देना चाहिए। इससे किसानों को काफी मदद मिलेगी। पहले, यदि भूमि महिला के लिए थी, तो मूल्य का ५% पुरुष को और ७ प्रतिशत स्टाम्प दायित्व का भुगतान किया जाना था।
पशुपालकों को दी जाने वाली मदद सिर्फ व्यापार के लिए ही रहेगी। यह मानकर कि जमीन बिक गई है, पूरी स्टांप की बाध्यता का भुगतान किया जाना चाहिए। इससे अब अतिथि प्रशिक्षकों की आवाजाही संभव हो सकेगी। गुरुवार को हुई ब्यूरो की बैठक में ये निर्णय लिए गए। साथ ही सरकारी व्यवसायों में ठेका देने की प्रथा भी समाप्त हो जाएगी। ब्यूरो ने किराये पर ठहरने की पांच उचित व्यवस्थाओं का भी समर्थन किया है।
आगंतुक शिक्षकों को भी विनिमय रणनीति के लिए याद किया जाएगा
प्रदेश के अतिथि शिक्षक भी आदान-प्रदान की रणनीति से जुड़े रहेंगे। शुरुआत में सामान्य शिक्षकों का एक्सचेंज ड्राइव चलेगा। फिर, उस समय अतिथि शिक्षक। आगंतुक शिक्षक काफी समय से विनिमय रणनीति के लिए याद किए जाने का अनुरोध कर रहे हैं। अपंग शिक्षकों को मूव ड्राइव में एक असामान्य अपवाद मिलेगा।