राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय मंचों पर क्षेत्रीय दलों का विरोध कर रही भाजपा व कांग्रेस के लिए आदमपुर उपचुनाव के नतीजे बेहद उत्साहित करने वाले हैं। भाजपा इसलिए खुश है, क्योंकि उसने पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के परिवार को पूरी तरह से अपने रंग में रंग लिया और कांग्रेस को तरीके से पटखनी दी। कांग्रेस इसलिए उत्साहित है, क्योंकि भजनलाल के परिवार की जीत के बावजूद उसकी जीत का अंतर बहुत अधिक नहीं है।
भाजपा व कांग्रेस दोनों इसलिए भी खुश हैं, क्योंकि आदमपुर उपचुनाव में क्षेत्रीय दलों के प्रति लोगों ने खास रुचि नहीं दिखाई। इसका मतलब साफ है कि 2024 के चुनाव में मुख्य मुकाबला क्षेत्रीय दलों की बजाय राष्ट्रीय दलों के बीच ही रहने वाला है।
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों को न केवल विकास में अवरोधक मानते हैं, बल्कि उन्हें ऐसी राजनीति के जन्मदाता की संज्ञा भी देते हैं, जिनका कोई भविष्य नहीं है। मतदाता ऐसे क्षेत्रीय दलों से सिर्फ ठगे जाते रहे हैं। प्रदेश में इनेलो, जजपा और आम आदमी पार्टी की गिनती क्षेत्रीय दलों में होती है। दिल्ली व पंजाब के बाद गोवा में आम आदमी पार्टी को क्षेत्रीय (राज्य) दल की मान्यता मिली है।