November 26, 2024
श्री कपालमोचन मेला मेंं प्रशासन द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर अपने-अपने विभाग से संबंधित जानकारी देने के साथ-साथ लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लगाए गए स्टॉल पर आने वाले लोगों को पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जा रही है और किसानों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे धान की कटाई के उपरांत खेतो में पराली या फसलों के अवशेष को न जलाए।
खेतो मेें पराली या फसल अवशेष को जलाने से होने वाले नुकसान-इसके धुंए से वातावरण पर बुरा असर पड़ता है। धुंए व गैस के कारण बीमारियों को फैलना। मौसम मे बदलाव से बारिश में कमी आना। आस-पास में आग लगने का खतरा। मिट्टी में विद्यमान मित्र कीटों में कमी होने से जमीन की उपजाऊ शक्ति का कम होना।
उपाय-पराली को मशीन से काटकर पशुओं को चारा बनाया जा सकता है, पराली को गत्ता मिल मे ंबेचकर धन कमाना, पराली को कम्पोस्टिंग करके जैविक खाद्य बनाना, खुंटो को काटने या जलाने की बजाए जीरो टीलेज मशीन द्वारा गेंहू की सीधी बिजाई करना।
अगर कोई पराली जलाता हुआ पाया जाता है तो वह पर्यावरण के नुकसान की भरापाई के लिए उत्तरदायी होगा-दो एकड़ भूमि तक 2500 रुपये प्रति घटना, 2 से 5 एकड़ भूमि तक 5 हजार रुपये प्रति घटना, 5 एकड़ से ज्यादा भूमि पर 15000 रुपये प्रति घटना का जुर्माना देना होगा।
फसल अवशेष प्रबंधन तकनीक एक फायदे अनेक-फसल अवशेष का प्रबंधन करने से भूमि की उर्वरा शक्ति व जैविक कार्बन मे बढ़ोतरी, उपयुक्त समय पर बिजाई संभव, पोटाश व अन्य पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने का मेहत्वपूर्ण स्त्रोत, पानी की बचत, अत्याधिक गर्मी व ठंड में भूमि के तापमान नियंत्रण में सहायक, बदलते मौसम के प्रभाव का कम प्रकोप, फसलों का उपज में 2-4 क्विटंल प्रति हैक्टयर की बढोतरी, लम्बे समय में ंभूमि के भौतिक, रासायनिक व जैविक गुणों में सुधार तथा उत्पादन लागत में कमी आती है।
फसल अवशेषों का सदुपयोग कैसे करे-
ट्रबो हैप्पी सीडर मशीन के द्वारा फसल अवशेषों को जमीन की सतह पर रखते हुए गेहूं धान व अन्य फसलों की बिजाई की जा सकती है, फसल अवशेषों के साथ 10-15 कि.ग्राम यूरिया डालने से अच्छी जैविक खाद मिलती है।
फोटो नम्बर-1
श्री कपाल मोचन मेले में सूचना,जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करयात्रियों व श्रद्वालुओं का किया भरपूर मनोरंजन।
बिलासपुर/यमुनानगर,7 नवम्बर- राज्य स्तरीय श्री कपाल मोचन मेले में सूचना,जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा के कलाकार दिन-रात सांस्कृतिक कार्यक्रम देकर यात्रियों व श्रद्वालुओं का भरपूर मनोरंजन करवा रहे है। गत रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में कपाल मोचन मेले में अम्बाला की भजन पार्टी ने हरियाणा, पंजाब व अन्य राज्यों से आए श्रद्घालुओं का खूब मनोरंजन किया। भजन पार्टी लीडर लव कुमार शर्मा ने प्रोग्राम की शुरूआत श्री गुरू नानक देव जी को समर्पित शब्द *तेरी मिठ्ठïी बाणी पढ़ बुद्घि आवे नानका* से की। कार्यक्रम को धार्मिक रंग देते हुए *कर सिमरन दो घडिय़ा ओर साथो बाबा खो लेया तेरा ननकाना* जैसे भक्ति गीत गा कर लोगों को भक्ति रंग में रंगा। हीर की कली, लोक तथ्य गीतों के साथ लोगों का मनोरंजन करते हुए श्रद्घालूओं का भरपूर मनोरंजन किया और हरियाणा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोकगीतों के माध्यम से दी।
कलाकार कर्मजीत सिंह ने पूर्ण भगत व श्रवण भगत के इतिहास पर गीत गाए तथा कलाकार आनन्द की ढोलक की थाप ने श्रद्घालुओं को खूब हंसाया और उन्होंने भी कुछ भजन व प्रदेश सरकार के विकासात्मक गीत गाए। करनाल से आई ड्रामा पार्टी ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम स्टेज मास्टर ईशम सैनी के नेतृत्व में प्रस्तुत किए कलाकार सुमेरपाल तथा आजाद आदि द्वारा प्रस्तुत हरियाणवी एवं पंजाबी भजनों की श्रद्घालूओं द्वारा सराहना की गई और जमकर तालियां बजाई।
फोटो नम्बर-2 व 3
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श्री कपाल मोचन मेला में सूचना,जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा स्थापित सूचना प्रसारण केन्द्र में दिन-रात महत्वपूर्ण सूचनाओं का किया जा रहा प्रसारण- जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी सुनील बसताडा।
बिलासपुर, 7 नवम्बर (         )श्री कपाल मोचन मेला में सूचना,जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा स्थापित सूचना प्रसारण केन्द्र में दिन-रात महत्वपूर्ण सूचनाओं का प्रसारण किया जा रहा है।
जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी सुनील बसताडा ने बताया कि सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा स्थापित सूचना प्रसारण केन्द्र दिन-रात महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रसारित की जा रही है। इस केन्द्र द्वारा अब तक हजारों की संख्या में सूचनाएं प्रसारित की जा चुकी है और मेले में बिछड़े हुए सदस्यों एवं बच्चों को अपने परिवारों से मिलवाया गया है। उन्होंने बताया कि सूचना केन्द्र में तैनात कर्मचारियों द्वारा यात्रियों के गुम हुए मोबाइल फोन की सूचना प्रसारित की गई। इस सूचना के प्रसारित होने के बाद सूचना केन्द्र में दो मोबाइल फोन  पुलिस व एक व्यक्ति द्वारा लाए गए जिन्हें ये मेले में मिले थे, सूचना केन्द्र में तैनात कर्मचारियों खंड प्रचार कार्यकर्ता कृष्ण लाल व देवराज शर्मा द्वारा उनके असल मालिकों को लौटा दिए गए। बता दें कि सूचना प्रसारण केन्द्र 24 घंटे कार्यरत है, जिसमें खंड प्रचार कार्यकर्ता मनोज सैनी, संदीप बतरा, राजीव कुमार द्वारा लगातार महत्वपूर्ण उदघोषणाएं एवं सूचनाएं प्रसारित की जा रही है।

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