हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि आज जो भारत हमारे सामने एकीकृत नजर आ रहा है, वह लोह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की ही देन है। उन्होंने कहा कि यह देश का सौभाग्य होता, यदि देश के पहले प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल बनते तो आज देश का कोई न कोई और रूप होता।
श्री विज सोमवार प्रात: अम्बाला छावनी के वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम के समक्ष लोह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसी उपलक्ष्य पर आज समूचे देश में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है। आज सबसे बड़ी आवश्यकता देश की एकता है और सरकार वल्लभ भाई पटेल ने उस समय देश को एक किया जोकि अलग-अलग रियासतों में बंटा हुआ था। आज जो हमारे सामने एकीकृत देश नजर आ रहा है यह सरदार वल्लभ भाई पटेल की ही देन है। यह देश का सौभाग्य होता कि अगर पहले प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल बनते तो आज देश कोई न कोई और रूप होता।
सुरजेवाला पर पलटवार करते हुए मंत्री विज ने कहा, ‘’मौतों पर राजनीति करना ठीक नहीं, ऐसे राजनेता कभी सफल नहीं होते’’
गुजरात के मोरबी में पुल गिरने के मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा दिए बयान पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सबसे पहले वहां पर राहत कार्य किया जा रहा है। सुरजेवाला को तो मौका मिलना चाहिए और वह लोगों की मौतों पर राजनीति कर रहे हैं। ऐसे राजनेता कभी सफल नहीं होते। अभी वहां राहत कार्य हो रहा है और हमारी सरकार राहत कार्य कर रही है। पुल गिरने के मामले में कोई कमियां होगी तो जरूर उसमें भी कार्रवाई की जाएगी और सुरजेवाला को इतना उतावला नहीं होना चाहिए।
तीन युद्धों में पाकिस्तान को धूल चटाई, अनर्गल बाते नहीं करनी चाहिए : अनिल विज
पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद के देश पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को सन् 1965, 1971 और कारगिल युद्ध में धूल चटाई। उन्हें शर्म नहीं आती और हिंदुस्तानी की दिलेरी और क्षमता नजर नहीं आती। पाकिस्तान को इससे सबक लेना चाहिए और इस तरह कर अनर्गल बाते नहीं करनी चाहिए।
आजादी के सौ साल का भारत कैसा होगा, इसपर किताब लिखने को कहा : विज
वहीं गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि अम्बाला के साहित्यकारों ने अच्छी किताबें लिखी है और यूक्रेन युद्ध पर किताब लिखी है जो हिंदुस्तान में शायद कहीं नहीं लिखी गई। इसी तरह ट्रांसजेंडरों के अधिकारों पर किताब लिखी गई है और 1857 की क्रांति पर भी साहित्यकारों ने किताब लिखी है जिसमें कई तथ्यों को प्रमाण सहित निकाला गया है। गृह मंत्री विज ने कहा कि उन्होंने साहित्यकारों को यह सुझाव दिया है कि 2047 का भारत, यानि आजादी के सौ साल का भारत कैसा होगा इसपर किताब लिखने को कहा है। साहित्यकारों ने इसको सराहा है और उन्हें उम्मीद है कि इसपर अच्छी किताब लिखी जाएगी।
वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया मंत्री अनिल विज ने
गृह मंत्री अनिल विज ने प्रात: रन फॉर यूनिटी को झंडी दिखाने के बाद स्वयं पैदल चलकर विद्यार्थियों व खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। इससे पहले उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। उन्होंने राष्ट्रीय एकता दिवस की खिलाडिय़ों, स्कूली विद्यार्थियों व अन्य को शपथ भी दिलवाई गई। कार्यक्रम में डीएसओ राम निवास ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए रन फॉर यूनिटी से सम्बन्धित कार्यक्रम बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया 25 अक्तूबर से आज तक राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में विभिन्न कार्यक्रम किए गए हैं। खेल विभाग व शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई हैं। रन फॉर यूनिटी विजय रतन चौक, राय मार्किट, बैंक रोड, स्टाफ रोड व अन्य मुख्य स्थानों से होते हुए वापिस वार हीरोज स्टेडियम मंर आकर सम्पन्न हुई। विद्यार्थियों द्वारा भारत माता की जय, वंदे मातरम व अन्य उदघोष नारों से राष्ट्रीय एकता का परिचय दे रहे थे।
इस अवसर पर डीसी डा. प्रियंका सोनी, एसडीएम अम्बाला छावनी डा. बलप्रीत सिंह, डीएसओ राम निवास, बीएस बिन्द्रा, संजीव वालिया, बलविन्द्र सिंह शाहपुर, सुरेन्द्र तिवारी, विपिन खन्ना, रवि चौधरी, रेखा सरीन, राम कुमार के साथ-साथ विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, कर्मचारीगण व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।