करीब 3 साल के बाद गन्नौर के बड़ी में बहुप्रतीक्षित रेल कोच मरम्मत फैक्टरी बनकर तैयार है। इस फैक्टरी का लोकार्पण आज गृहमंत्री अमित शाह फरीदाबाद से ऑनलाइन लोकार्पण किया और वही सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक और विधायक निर्मल चौधरी ने नारियल फोड़कर वंदे भारत ट्रेन के नवीनीकरण के बाद हरी झंडी दिखाइ और सोनीपत के लिए बड़ी सौगात विकास के लिए कारगर साबित होगी..
गन्नौर के बड़ी में रेल कोच मरम्मत फैक्टरी बनाए जाने की घोषणा वर्ष 2018 में हुई थी जबकि दिसम्बर 2019 में रोहतक में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फैक्टरी का वर्चुअली शिलान्यास किया था। फैक्टरी के निर्माण के लिए जून 2021 तक की समय सीमा तय की गई थी, लॉकडाऊन के कारण निर्धारित समय सीमा बढती चली गई। अब जबकि फैक्टरी बनकर तैयार है तो आज लोकार्पण किया गया है।
गौरतलब है कि बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में बनी रेल कोच मरम्मत फैक्टरी का कुल एरिया 161 एकड़ है, जिसमें 146 एकड़ में फैक्टरी के अलावा करीब 11 एकड़ मे रैजीडेंशियल एरिया बनाया गया है। वहीं, 5 एकड़ में शानदार पार्क बनाया गया है। फैक्टरी 9 अलग-अलग शैड में बंटी है। एक शैड में पेंट शैड बनाया गया है, जहां पर तैयार रेल कोच पर पेंट किया जाएगा। इसके अलावा मैन वर्कशॉप बनी है। कंडम कोच को गलाने के लिए ग्लेंजिंग शैड बनाया गया है।
फैक्टरी में मरम्मत के बाद तैयार कोच की मियाद 35 साल निर्धारित की गई है। इस बीच 12 साल के बाद कोच को फिर से फैक्टरी में मंगवाया जाएगा और उसे पूरी तरह से रिन्यू किया जाएगा। इसके ठीक 24 साल बाद कोच को कंडम घोषित कर ग्लेंजिंग शैड में ले जाकर गला दिया जाएगा।
रेल कोच फैक्टरी को पूरी तरह से आधुनिक तकनीक पर आधारित बनाया गया है। इसके परिसर में करीब 19 हजार पौधे लगाए गए हैं।वहीं, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, 1 मेगावाट का सौलर भी स्थापित किया गया है। प्रदूषण कम करने के अनेक उपाय किए गए हैं।रेल कोच फैक्टरी के सहायता वर्क्स मैनेजर विनोद कटारिया ने बताया कि रेल कोच मरम्मत फैक्टरी में लाइटवेट कोच तैयार होंगे, जो आधुनिक समय की मांग को पूरा करेंगे। ये कोच पूरी तरह से संतुलित, मजबूत व स्थिर होंगे। हालांकि, शुरूआत में सामान्य ट्रेनों के कोच तैयार किए जा रहे हैं, लेकिन कुछ समय बाद लाइटवेट कोच भी तैयार होने लगेंगे।