हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव पर तंज कसते हुए कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष पद नहीं, बल्कि गांधी परिवार के रिमोट का चुनाव है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए गृह मंत्री विज ने कहा कि कांग्रेस का यह जो चुनाव अध्यक्ष पद के लिए नहीं बल्कि गांधी परिवार के रिमोट के लिए चुनाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि तय यह होना है कि गांधी परिवार का रिमोट दोनों में से कौन बनेगा। कांग्रेस का तो इतिहास ही नहीं नॉन कांग्रेस का, इन्होंने सीताराम केसरी को बनाया था और बाद में उन्हें उठाकर दफ्तर से बाहर फेंका था। सबसे पहले 1939 में सुभाष चंद्र बोस लड़े थे अध्यक्ष पद का चुनाव, गांधी जी का प्रत्याशी सीता रमैया जोकि सुभाष चंद्र बोस से हार गए थे। मगर, सुभाष चंद्र बोस अपने कार्यकाल पूरा नहीं कर सके थे और उन्हें अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने अलग से अपनी पार्टी बनाई।
मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यह तो गांधी परिवार के बिना पार्टी चला ही नहीं सकते। मैं यह पूछना चाहता हूं कि यह किस बात के गांधी है। मैनें महात्मा गांधी का पूरा फैमिली ट्री देखा है जिसमें कहीं पर भी नेहरू परिवार से उनका कोई संबंध नहीं दिखा। वास्तव में इंदिरा गांधी जी की शादी फिरोजशाह गैंडी ‘GHANDY’ से हुई थी और वह गांधी नहीं थे। अब इन्होंने ‘’गैंडी’’ को ‘’गांधी’’ बना दिया और महात्मा गांधी का नाम चुरा लिया, यह किस बात के गांधी हैं।