स्टेट क्राइम ब्रांच एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल में तैनात एएसआई राजेश ने बताया कि 2013 में यमुनानगर के बॉडी माजरा एरिया से 8 साल का आकाश लापता हुआ था।जो अब 19 साल का होने पर मिला है।सदर थाना यमुनानगर में इसके लापता होने का मामला भी दर्ज हुआ था। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य अपराध शाखा पंचकूला हरियाणा O.P. सिंह के आदेशअनुसार सितंबर 2022 में स्टेट क्राइम ब्रांच को इस केस की फ़ाइल मिली थी।जिसके बाद उन्होंने आकाश के परिवार से मुलाकात की और आकाश के बारे में बारीक से बारीक जानकारी प्राप्त की ।
आकाश की माँ बबीता ने बताया कि मैं ब्लाइंड मैं देख नहीं सकती पर अपने बच्चे को महसूस कर सकती हूं क्योंकि इसकी याद में इसका पिताजी भी स्वर्गवास हो गया और उन्होंने कहा कि दस हाल हो चुके है अब नही लगता कि कोई इसको ढूंढ के लाएगा। हमने विश्वास जताया और आकाश के बारे में जानकारी लेने के बाद हमने बच्चे का एक पोस्टर तैयार किया और उसको हर स्टेशन दिल्ली जयपुर कोलकाता मुंबई कानपुर शिमला लखनऊ. CCI. मैं तलाश करना स्टार्ट किया।
एक दिन पता लगा कि यह बच्चा राजकीय देखरेख संगठन किशोर लखनऊ उत्तर प्रदेश में हमारे यहां पर रह रहा है ।और यह बच्चा हमारे पास देवरिया से आया है उससे पहले यह गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते हुए चाइल्डलाइन को मिला था अपना नाम मनीष बताता था। और पापा का नाम नाथीराम और यह नहीं पता कि मैं कहां का रहने वाला हूं जिसके बाद हमारी टीम ने गोरखपुर में तलाश किया वहां रेलवे स्टेशन पर ये चाय बेचने का काम कर रहा था।
अपना नाम मनीष और पिता का नाम नाथीराम बता रहा था इसके अलावा उसको कुछ नहीं पता था। हमने इस बच्चे का निशान मैच किया जो कि उसकी मां के द्वारा बताया गया था उन्हें निशान मैच हुआ और उसने अपने भाई की फ़ोटो को पहचान लिया और बताया कि उसकी माँ अंधी है।आज हम सीसीआई में पहुंचे बच्चे ने अच्छी से अपनी माँ और भाई को पहचाना ।परिवार के सभी सदस्यों ने बच्चे को अच्छी तरह पहचाना सीडब्ल्यूसी लखनऊ के आदेश से कागजी कारवाई के बाद आज बच्चे को परिवार को सुपुर्द कर दिया गया।