रक्षा मंत्रालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत गांव धामलावास के रहने वाले सुभाष चंद दो दिन से लापता हैं। उनकी स्कूटी स्थानीय बस स्टैंड पर खड़ी हुई मिली है। स्कूटी से मिली डायरी को पढ़ने के बाद स्वजन को सुभाष चंद के साथ कुछ अनहोनी होने का डर सता रहा है। स्वजन को सुभाष को हनीट्रैप में फंसाने का अंदेशा है।
सुभाष के भाई सतेंद्र ने शनिवार को रामपुरा थाना में शिकायत देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। शाम को परिजन ग्रामीणों के साथ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार से मिलने भी पहुंचे और एसआइटी गठित कर मामले जांच करने व सुभाष को सही सलामत बरामद करने की गुहार लगाई।
स्कूटी से मिली डायरी में सुभाष चंद ने लिखा है कि कुछ लोगों ने उसकी वीडियो बना रखी है और रक्षा मंत्रालय से जुड़े दस्तावेजों की जानकारी मांग रहे है। डायरी में किसी उस्मान नाम के व्यक्ति का भी जिक्र है। डायरी में सुभाष ने लिखा है कि साउथ के एक हैकर ने उसके आधार कार्ड में नाम आदि और बायोमेट्रिक में भी फिंगरप्रिंट बदल दिए है।
डायरी पढ़ने के बाद सुभाष चंद के स्वजन डरे हुए हैं। शनिवार को उनके भाई सतेंद्र ने रामपुरा थाना में शिकायत देकर प्राथमिकी दर्ज कराई और डायरी भी पुलिस को सौंप दी। शाम को स्वजन और ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे।
परिजनों ने कहा कि सुभाष को हनीट्रैप में फंसा कर ब्लैकमेल किया जा रहा था। ब्लैकमेल कर रक्षा मंत्रालय के दस्तावेज मांगने वाले किसी आतंकी संगठन से भी जुड़े हो सकते है। उन्होंने इस बारे में रक्षा मंत्रालय को भी सूचित किया है। स्वजन ने पुलिस अधीक्षक से स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम गठित कर मामले की जांच कराने व सुभाष चंद को बरामद करने की गुहार लगाई है।