पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक श्री मोहित हाण्डा के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए अपराध शाखा-2 व थाना प्रताप नगर पुलिस की टीम ने दूसरे राज्यों से पोर्टल पर फर्जी ई- रवाना बिल तैयार करके अवैध माइनिंग को वैध दिखा कर सप्लाई करने के आरोप में मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों को आज अदालत में पेश करके दिन 7 दिन के रिमांड पर लिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है इसमें और कौन-कौन से आरोपी कार्य कर रहे हैं।
इंचार्ज ने जानकारी देते हुए बताया कि 14 सितंबर को खनन अधिकारी राजेश सांगवान ने थाना प्रताप नगर में शिकायत दर्ज करवाई थी कि M/S खालसा स्क्रीनिंग प्लांट देवधर पर फर्जी E रवाना बिल तैयार करके अवैध माइनिंग की जा रही है। इस शिकायत पर थाना प्रताप नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया। इस मुकदमा में तफ्तीश के दौरान मुख्य आरोपी देश दीपक पुत्र रामप्रसाद वासी रूप नगर कॉलोनी जगाधरी, अनुज कुमार पुत्र सुरेंद्र वासी गांव कोटडी जिला सहारनपुर व गुरप्रीत सिंह पुत्र तेजिंदर सिंह वासी दुर्गा गार्डन जगाधरी को गिरफ्तार किया गया है। इंचार्ज ने बताया कि आरोपी गुरप्रीत कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करता था। आरोपी अनुज कुमार दलाल का काम करता था। जो विभिन्न फर्मों से संपर्क करके माल बेचने का काम करता था। आरोपियों को आज अदालत में पेश किया। आरोपी देश दीपक व अनुज कुमार को 7 दिन के रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान बिल बनाने का सामान व उपकरण बरामद किए जाएंगे। आरोपी गुरप्रीत सिंह को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा।
इंचार्ज ने बताया कि मुख्य आरोपी देश दीपक के खिलाफ पहले भी 4 अपराधिक मामले दर्ज हैं। जिनमें तीन मुकदमे धोखाधड़ी के वा एक मुकदमा आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज है। आरोपी धोखाधड़ी के एक मुकदमे में 2 साल 11 महीने की सजा काट चुका है। बाकी तीन मुकदमे अदालत में विचाराधीन है।