यूपी की तर्ज पर हरियाणा के रेवाड़ी में भी शुक्रवार को 42 से अधिक दुकानों पर बुलडोजर चला। बुलडोजर की कार्रवाई में एक के बाद एक 42 दुकानें जमींदोज होती चली गई। कार्रवाई से पहले प्रशासन की ओर से धारूहेड़ा चुंगी स्थित वाल्मीकि आश्रम को चारों तरफ से सील कर दिया गया और पूरी तरह से लोगों की आवाजाही रोक दी गई। कार्रवाई से पहले कांग्रेसी विधायक चिरंजीव राव रात में पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव भी पहुंचे थे।
लोगों को कार्रवाई रुकवाने का आश्वासन भी दे रहे थे, लेकिन आश्वासन भी काम नहीं आया। निर्धारित समय के तहत बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी गई, जैसे ही कार्रवाई शुरू होती देखी नेता भी चुपचाप वहां से चलते बने।
बता दें कि 22 सितंबर को नोटिस जारी कर 29 सितंबर को अपना पक्ष रखने की बात कही गई थी, कहा गया था कि दुकानों का निर्माण अवैध रूप से किया गया है नक्शा तक पास नहीं कराया। ऐसे में अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर चलाने चलाने की कार्रवाई की जा रही है।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर जब इन अवैध रूप से दुकानों का निर्माण हो रहा था तो प्रशासन कहां पर था, जब पाई पाई जोड़ कर 42 से अधिक परिवारों ने लाखों रुपए देकर इस संपत्ति को खरीदा और सपने देखे कि अपने परिवार का लालन पोषण करेंगे… लेकिन जिस तरह से एक झटके में यह परिवार सड़कों पर आ गए हैं अब इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।