चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को जनता दरबार लगाया. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी समस्याओं को लेकर काफी लोग उनसे मिले. किसान आंदोलन के चलते टीकरी बार्डर पर बंद रास्ते को खाली कराने को लेकर भी लोग उनसे मिले. मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इस विषय पर कहा की वह दिल्ली पुलिस से बात करेंगे. बहादुरगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधि मंडल ने सीएम से मिलकर टिकरी बॉर्डर खुलवाने की गुहार लगाई है.
टीकरी बार्डर पर किसान पिछले कई महीनों से आदोंलन कर रहे है और वहीं धरना देकर रोड जाम किया गया है. जिसकी वजह से आमजन को काफी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है. बहादुरगढ़ के उद्योगपतियों ने कहा किसान आंदोलन के चलते रास्ते बंद हैं जिसकी वजह से उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं. हजारों लोगों के रोज़गार पर भी बड़ा संकट खड़ा हो गया है. अब तक उन्हें 20 हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है. उन्होंने कहा कि बहादुरगढ़ की इंडस्ट्री बंद होने की कगार पर पहुंच गई है.
पीएम मोदी को भी लिखा था पत्र
बता दें कि बढ़ते नुकसान और फैक्ट्रियां बन्द होने से डरे उद्यमियों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं. पत्र के जरिये प्रधानमंत्री से दिल्ली की बन्द सड़कें खुलवाने की मांग की गई है. किसान आंदोलन के चलते बहादुरगढ़-दिल्ली सीमा पर एक तरफ़ किसानों की स्टेज लगी है तो दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की बैरिकेडिंग है. किसानों की स्टेज तक जाने का रास्ता तो खुला है, लेकिन उससे आगे दिल्ली पुलिस ने पक्की दीवार और कंटीले तार जमीन में गाड़ रखे हैं.
करीबन साढ़े 7 माह से टिकरी बॉर्डर बन्द
लिहाजा पिछले करीबन साढ़े 7 माह से टिकरी बॉर्डर बन्द है. दिल्ली के व्यापारी बहादुरगढ़ व्यापार के लिए नहीं आ पा रहे हैं. ट्रांसपोर्ट खर्चा डबल-ट्रिपल हो गया है. इसके कारण उद्यमी परेशान हैं. बहादुरगढ़ के उद्यमियों का कहना है कि उन्हें किसानों के आंदोलन से दिक्कत नहीं है, उन्हें तो दिक्कत दिल्ली के बन्द रास्तों से हो रही है और उन्हीं को खुलवाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था.