हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने बुधवार अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को जनता दरबार लगाकर सुना। पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सैकड़ों लोगों की समस्याओं को सुनते समय मंत्री विज पूरे एक्शन मोड में नजर आए। उन्होंने मामलों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को मौके पर ही कड़ी फटकार लगाई। दोपहर शुरू हुआ जनता दरबार देर शाम संपन्न हुआ।
अम्बाला छावनी निवासी महिला ने गृह मंत्री विज को अपनी शिकायत देते हुए बताया कि उसका पति के साथ विवाद चल रहा है और वह अपने भाई के साथ मायके रह रही है। मगर बिजली बोर्ड ने जेठ के नाम से बिजली के मीटर को डिफाल्टर करार देते हुए उसके खिलाफ बिजली बोर्ड विजिलेंस में मामला दर्ज करा दिया। महिला की शिकायत पर मंत्री विज ने एक्सईएन से जवाब-तलब किया जिसके बाद मामले में बिजली बोर्ड विजिलेंस के एसडीओ की गड़बड़ी पाई गई। मंत्री विज ने बिजली बोर्ड के एमडी को फोन कर एसडीओ को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार, दरबार में कैंट निवासी महिला ने बताया कि पति ने धोखे से उसके साथ शादी व दुराचार किया जबकि उसकी पहले भी शादी हो चुकी थी। महिला का आरोप था कि उसके द्वारा दर्ज कराए गए केस को पंजोखरा थाना पुलिस ने कैंसिल कर दिया। मामले में मंत्री विज ने मौके पर मौजूद पंजोखरा थाने के एसएचओ को कड़ी फटकार लगाई और इस मामले में एडीजीपी को जांच के निर्देश दिए। मंत्री विज ने यह भी निर्देश दिए कि जांच में यह भी चैक किया जाए कि किसने महिला की एफआईआर रद्द की और उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाए।
दहेज के मामले में रिकवारी नहीं, महेशनगर थाने के एसएचओ को फटकार
गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष महिला फरियादी ने शिकायत देते हुए कहा कि दहेज के केस में पुलिस द्वारा उसका सामान अब तक रिकवर नहीं किया गया है। महिला का आरोप था कि महेशनगर पुलिस द्वारा उसकी शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। मंत्री विज ने मामले में महेशनगर थाने के एसएचओ को मौके पर कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि महिलाओं की शिकायतों को प्राथमिकता से लिया जाए। उन्होंने मामले में तुरंत कार्रवाई कर इसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। इसी प्रकार, महेशनगर थाने से संबंधित कुछ अन्य मामलों में भी मंत्री विज ने एसएचओ को फटकार लगाई और मामलों में कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
वहीं, पड़ाव थाना क्षेत्र निवासी महिला ने बेटे की मौत के मामले में पड़ाव थाना पुलिस द्वारा ठोस जांच नहीं होने की शिकायत की। गृह मंत्री विज ने एसएचओ पड़ाव से मौके पर ही इस केस से संबंधित जांच रिपोर्ट मांगी। एसएचओ द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट से मंत्री विज संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने एसएचओ को फटकार लगाई। उन्होंने कहा मामले में जांच को और तेज किया जाए।