प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों को पांच लाख रुपए तक की वार्षिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है, जो ऐसे परिवारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। यह जानकारी उपायुक्त राहुल हुड्डा ने दी। इस योजना के तहत गरीब एवं असहाय परिवारों को बीमारियों के नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। इसके लिए आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, इस योजना के तहत प्रति परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक की चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं।
उन्होंने बताया कि जरूरतमंद लोगों के लिए यह योजना काफी फायदेमंद साबित हो रही है। योजना से संबंधित पात्रता जानने के लिए मेरा.पीएमजे.जीओवी.इन/सर्च/लो गइन (द्धह्लह्लश्चह्य://द्वद्गह्म् ड्ड.श्चद्वद्भड्ड4.द्दश1.द्बठ् ठ/ह्यद्गड्डह्म्ष्द्ध/द्यशद्दद् बठ्ठ) या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर संपर्क कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2018 में गरीब परिवारों को बीमारियों का नि:शुल्क इलाज करने की सुविधा प्रदान करने के उदेश्य से यह योजना लागू की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान योजना को शुरू करके गरीब एवं असहाय परिवारों को राहत प्रदान की है। उन्होंने कहा कि यह योजना पूर्णतया कैशलैस है, लाभार्थी व्यक्ति केवल अपना आयुष्मान भारत कार्ड दिखाकर ही पैनल पर लिए गए निजी अथवा सरकारी अस्पतालों में अपना मुफ्त में इलाज करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि लाभार्थी किसी भी अटल सेवा केंद्र पर जाकर अपना आधार कार्ड, पहचान पत्र, राशन कार्ड दिखाकर अपना आयुष्मान भारत कार्ड बनवा सकता है। इसके लिए पैनल पर लिए गए निजी अस्पतालों तथा सरकारी अस्पतालों में भी यह कार्ड मुफ्त में बनवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना की अनूठी विशेषता पोर्टबिल्टी है यानि चाहे मरीज किसी भी राज्य का हो, वह किसी भी राज्य के पैनल पर लिए गए निजी अथवा सरकारी अस्पतालों में अपना मुफ्त इलाज करवा सकता हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जिला विभिन्न अस्पताल पैनल पर हैं। कोई भी लाभार्थी इन अस्पतालों में जाकर अपना आयुष्मान भारत कार्ड दिखाकर स्वीकृत पैकजों पर इलाज करवा सकता है।