भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम और कौशल का प्रदर्शन करते हुए, खरगा कोर ने गगन स्ट्राइक का आयोजन किया, जो भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के बीच एक संयुक्त अभ्यास था। अभ्यास चार दिनों की अवधि में आयोजित किया गया था। इस अभ्यास ने अपाचे 64ई और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर डब्ल्यूएसआई को शक्तिशाली हथियार वितरण प्लेटफॉर्म के रूप में मान्यता दी। इन मशीनों को जमीनी संचालन के साथ जोड़ने के साथ ही हमारे बलों की युद्ध श्रेष्ठता भी बढ़ी है।
इस अभ्यास में दुश्मन के गढ़ों को नष्ट करने का अभ्यास करने वाली थल सेना के समर्थन में युद्धाभ्यास को हवाई सहायक के रूप में नियोजित किया जा रहा है, जो गहरी पैठ को अंजाम देता है और इस तरह शत्रु के लिए एक मुश्किल स्थिति पैदा करता है। इस अभ्यास से थल सेना के मशीनीकृत स्तंभों के समन्वय में आक्रमक हेलीकाप्टरों द्वारा सटीक आक्रमण क्षमता का भी प्रदर्शन किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, खरगा कोर ने इस अभ्यास का नेतृत्व किया।
यह संयुक्त अभ्यास लेफ्टिनेंट जनरल नव के खंडूरी, जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, पश्चिमी कमान ने भी देखा, जिन्होंने हमारे लड़ाकू बलों को इस तरह की अवधारणाओं के विकास को जारी रखने और हमारी पश्चिमी सीमाओं पर किसी भी आकस्मिक आक्रमण का मुकाबला करने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।