बहादुरगढ़ में एक विवाहिता ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। विवाहिता का शव घर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला। मृतका के परिजनों ने उसकी मौत का कारण परिजनों का दहेज की मांग करना और दहेज न देने पर उसे प्रताड़ित करना बताया गया है। परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने मृतका के पति और अन्य ससुराल वालों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामला बहादुरगढ़ के शक्तिनगर का है। मृतका की पहचान पूजा के रूप में हुई है। पूजा की शादी 5 साल पहले शक्ति नगर निवासी मनोज के साथ हुई थी। उसका एक 3 साल का बेटा भी है। मृतका के भाई ने बताया कि अक्सर ससुराल वाले उससे दहेज लाने की मांग करते थे। इतना ही नहीं पूजा का पति मनोज बार-बार ससुराल से कार लाने की मांग करता था और मांग पूरी नहीं होने पर उसे प्रताड़ित भी किया जाता था। ससुराल और पूजा के मायके पक्ष में इस बात को लेकर कई बार पंचायत भी हुई। लेकिन हर बार ससुराल पक्ष के लोग समझा-बुझाकर पूजा को वापस ले आते।
लेकिन कुछ दिनों बाद ही दोबारा से उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया जाता। इसी से तंग आकर उसने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की है। मृतका का पति पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करता है। बहादुरगढ़ पुलिस ने पूजा के शव का सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी पुलिस की ओर से शुरू कर दिए गए हैं।
आए दिन दहेज के दानव कारण न जाने कितनी बेटियों को अपनी जान गवानी पड़ रही है। मगर दहेज के लोभी बेटियों को परेशान करने से बाज नहीं आ रहे। दहेज प्रथा एक सामाजिक कुरीति है। आज के आधुनिक समाज से इसे जड़ से खत्म करने की आवश्यकता है।