हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने मंगलवार को पार्टी के राज्य स्तरीय नेताओं को नसीहत दी है। कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय चिंतन शिविर से दूरी बनाए रखने वाली सैलजा को यह बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी कि पार्टी के चिंतन शिविर में न तो पार्टी प्रभारी विवेक बंसल को बुलाया गया और न ही कार्यक्रम स्थल पर पोस्टरों में उनके फोटो लगाए गए।
प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने स्वयं कहा था कि पार्टी प्रभारी को उन्होंने शिविर का निमंत्रण नहीं दिया है। कुमारी सैलजा ने कहा कि अगर कोई सांसद या विधायक बनता है तो वह कांग्रेस पार्टी की देन है। हम सभी को अनुशासन में रहने की जरूरत है।
सैलजा का मानना है कि एक तरफ पार्टी को मजबूत करने की बात कही जाती है और दूसरी तरफ जनता में प्रभारी के लिए गलत बोला जाता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और किरण चौधरी समेत तीन कार्यकारी अध्यक्ष हरियाणा कांग्रेस के चिंतन शिविर में नहीं गए थे।
सैलजा ने विवेक बंसल की अनदेखी पर कहा कि जो प्रभारी होता है, वह कोई व्यक्तिगत नहीं होता। प्रभारी एक ओहदा होता है, जो हाईकमान की ओर से दिया जाता है। प्रभारी का एक प्रोटोकाल भी होता है, जिसके मुताबिक प्रभारी की फोटो कार्यक्रम स्थल पर लगनी ही चाहिए। कांग्रेस पार्टी का एक सिस्टम है और पार्टी सिस्टम ही चलती है।