प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में रादौर खंड के गांव हाफिजपुर निवासी 54 वर्षीय मधुमक्खी पालक किसान सुभाष कांबोज की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्म निर्भरता के क्षेत्र में पूर्व अध्यापक की व्यवसाय की शैली अपने आप में एक उदाहरण है। देशवासी उनके व्यवसाय को अपनाकर आत्म निर्भर बने। वहीं सुभाष कांबोज प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम का हिस्सा बनने पर काफी उत्साहित है। कांबोज ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा की गई प्रशंसा से उन्हें जीवन में और आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिलेगा। वह स्नातक पास है और उन्होंने डीपीएड का डिप्लोमा भी किया हुआ है।
1996 से पहले उन्होंने निजी विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्य किया है।कांबोज ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा की गई प्रशंसा से उन्हें जीवन में और आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिलेगा। वह स्नातक पास है और उन्होंने डीपीएड का डिप्लोमा भी किया हुआ है। 1996 से पहले उन्होंने निजी विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्य किया है।उन्होंने बताया कि वह 10 एकड़ में खेती करते हैं। 1996 में खादी ग्राम उद्योग से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद मधुमक्खी पालन के 6 बॉक्स से उन्होंने काम शुरू किया था। 2006 से लेकर अब तक उनके पास लगभग 2 हजार मधुमक्खी के बॉक्स हैं। यह सभी बॉक्स भी पारंपरिक 6 बक्सों से ही विकसित किए हैं।
सुभाष कांबोज ने बताया कि वह पूरे भारत में खुद शहद की बिक्री करते हैं। उनका शहद तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल आदि में बिकता है। वहीं दूसरी ओर सरसों के फूलों का शहद अमेरिका समेत कई अन्य देशों में जाता है। सरसों के फूलों से मधुमक्खियों द्वारा तैयार किए गए शहद की बाहर के देशों में ज्यादा मांग है।उनका इस कारोबार से 2 करोड़ का टर्न ओवर है।कभी 5500 रुपए लगाकर ये कारोबार अपने शौक के लिए शुरू किया था। उन्होंने बताया कि अब तक वह हजार से ज्यादा लोगों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण देकर आत्म निर्भर बना चुके हैं। उन्होंने अपने खेतों में पारंपरिक फसलों के अलावा एक बाग भी लगाया हुआ है जहां पर मधुमक्खियों के बॉक्स रखे जाते हैं।
उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन से शहद के अतिरिक्त 6 उत्पाद- मोम, कोम्ब हनी, बी प्रोपोलिश, बी पोलन, वीवनम व रायल जैली भी तैयार करते हैं।उनके शहद के लिए उन्हें राष्ट्रीय ,राज्य और जिला स्तर पर भी कई बार सम्मानित किया जा चुका है।