चरखी दादरी जिले का कस्बा बाढड़ा को नगर पालिका से वापिस पंचायत का दर्जा दिलाने की मांग पर सीएम मनोहर लाल द्वारा सर्वे करवाने की घोषणा की थी। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर नगर पालिका या पंचायत का दर्जा देने का फैसला लिया जाएगा। बाढड़ा व हंसावास खुर्द के ग्रामीण डीसी कार्यालय पहुंचे और सीएम की घोषणा अनुसार हुई सर्वे में धांधली के आरोप लगाए। साथ ही ग्रामीणों ने मामले की जांच करवाकर नगर पालिका का दर्जा कायम रखने की मांग की। डीसी श्यामलाल पुनिया ने मामले की जांच करवाने व जांच के बाद ही सर्व रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजने का आश्वासन दिया है।
बता दें कि प्रदेश की गठबंधन सरकार द्वारा पिछले दिनों चरखी दादरी के कस्बा बाढड़ा को ग्राम पंचायत से नगर पालिका का दर्जा देने की घोषणा की थी। घोषणा के अनुसार गांव बाढड़ा व हंसावास खुर्द को मिलाकर नगर पालिका बनाया गया और वार्डबंदी भी की गई। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी से मिलकर सरकार के माध्यम से नगर पालिका को वापिस ग्राम पंचायत का दर्जा दिलवाने की मांग उठाई। इस मामले को लेकर ग्रामीण भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, राज्यपाल व सीएम से भी मिले थे। वहीं दूसरे पक्ष के ग्रामीण विधायक नैना चौटाला से मिलकर वापिस नगर पालिका को कायम रखने की मांग की गई। पिछले दिनों 8 अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दादरी दौरे के दौरान रैली में पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने स्टेज से सीएम के समक्ष बाढड़ा और हंसावास खुर्द को वापिस ग्राम पंचायत में शामिल करने की मांग उठाई थी। रैली में सीएम ने घोषणा की थी प्रशासनिक अधिकारियों की कमेटी की निगरानी में सर्वे रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी। जिसके अनुसार ही ग्राम पंचायत या नगर पालिका कायम रखने का फैसला लिया जाएगा।
सीएम की घोषणा के अनुरूप टीमों द्वारा सर्वे किया गया। इसी दौरान सैंकड़ों ग्रामीणों ने डीसी श्यामलाल पुनिया को ज्ञापन सौंपते हुए सर्वे में धांधली का आरोप लगाया। तसबीर सिंह, ब्रह्मपाल, बलजीत, अजीत सिंह समेत अनेक ग्रामीणों ने कहा कि सर्वे में धांधली की गई है। सही तरीके से सर्वे ना करके सर्वे टीम को हाईजैक कर लिया और घर बैठकर रिपोर्ट तैयार करवाई गई है। कोर्ट द्वारा भी पंचायत में मर्ज करने के विरुद्ध फैसला दिया है। इस मामले की जांच करवाते हुए बाढड़ा को नगर पालिका का दर्जा बरकरार रखा जाए। कुछ लोग बाढड़ा क्षेत्र का विकास नहीं देखना चाहते और राजनीति कर रहे हैं। वहीं डीसी श्यामलाल पुनिया ने बताया कि सीएम की घोषणा के अनुरूप ही प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में सर्वे करवाया गया है। एक-दो दिन में सर्वे पूरी हो जाएगी। अगर सर्वे में धांधली की गई है तो उसकी जांच करवाते हुए रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी।