धोखाधड़ी कर पैसे ठगने के मामले में पुलिस द्वारा एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया। आरोपित की पहचान राजकुमार के रूप में हुई। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए पता लगाया कि आरोपित सीआरपीएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात था। आरोपित के खिलाफ थाना शहर नारनौल में धोखाधड़ी कर पैसे ठगने के दो मामले दर्ज हैं। आरोपित ने पीड़ित के बैंक अकाउंट में अपना मोबाइल नंबर देकर नैट बैंकिंग के माध्यम से अकाउंट से पैसे निकाल लिए थे। पुलिस ने मामले में आरोपित से पूछताछ करते हुए उसके पास से 55 लाख रुपए बरामद किए हैं। आरोपित को आज न्यायालय में पेश किया गया।
एएसपी सिद्धांत जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को मिली शिकायतों के अनुसार आरोपित राजकुमार ने पीड़ित के बैंक अकाउंट में अपना मोबाइल नंबर देकर उनके अकाउंट से पैसे निकाल लिए। इस बारे में घाटासेर निवासी पीड़िता सुमन ने बताया कि उनकी जमीन सरकार द्वारा लॉजिस्टिक हब के लिए अधिग्रहण कर ली गई थी, जिसकी राशि प्राप्त करने के लिए ऐक्सिस बैंक में एकाउंट खुलवाए गए थे, आरोपित ने खातों में अपने मोबाइल नंबर दे दिए और खातों से नेट बैंकिंग के माध्यम से पैसे निकालते रहा।
इसी तरह घाटासेर निवासी ममता ने दी शिकायत में बताया कि उसके पति सीआरपीएफ में ड्यूटी करते थे और ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। पीड़िता की जमीन भी सरकार द्वारा लॉजिस्टिक हब के लिए अधिग्रहण कर ली गई थी, आरोपित ने पीड़िता के अकाउंट और उसके पति के सैलरी अकाउंट में खुद के मोबाइल अटैच कराकर खातों से पैसे ट्रांसफर कर लिए। पुलिस द्वारा शिकायतों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने आज प्रेस वार्ता कर बताया कि पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के दिशा–निर्देशों में काम करते हुए इकोनॉमिक सेल की पुलिस टीम द्वारा मामले आरोपित राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपित से 55 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। मामलों में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।