मौसम विभाग ने छह जुलाई से अधिक बारिश होने की चेतावनी दी है। इसको लेकर नगर निगम अलर्ट है। इसी को लेकर मेयर मदन चौहान व अतिरिक्त निगमायुक्त धीरज कुमार ने शहर के विभिन्न नालों का निरीक्षण किया और जलभराव से निपटने को किए गए इंतजामों का जायजा लिया। इस दौरान जहां नालों में गंदगी मिली, उसे साफ करवाया गया। वहीं, निगम द्वारा जहां जलभराव होने की संभावना है, वहां से पानी निकासी के लिए पंपसेट तैयार किए गए।
मानसून में शहर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए नगर निगम प्रयासरत है। दोनों जोन में नालों की सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। मेयर मदन चौहान व अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार नालों की सफाई व जलभराव से निपटने को लेकर की गई तैयारियों को जायजा लेने के लिए निकले। इस दौरान उन्होंने कन्हैया साहिब चौक पर सिवरेज सिस्टम, विश्वकर्मा चौक स्थित नाले की पुलिया, रादौर रोड पर आईपीएस, शुगर मिले के पास पुराना हमीदा की तरफ जा रहे बड़े नाले का निरीक्षण किया। उन्होंने सफाई अधिकारियों व एजेंसी को निर्देश दिए कि जोन के सभी नालों एवं नालियों की बेहतर सफाई करें ताकि कहीं भी बारिश होने पर जल भराव न हो। मेयर मदन चौहान ने कहा कि जलभराव से निपटने के लिए दो जोन बनाकर नालों की सफाई कराई जा रही है।
सभी नालों को सही तरीके से साफ किया जा रहा है। जिन स्थानों पर जलभराव होने की संभावना है। वहां पर पंपसेट लगाए गए है, ताकि जलभराव होने पर वहां से समय रहते पानी निकासी की जा सके। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे घर, दुकान व ऑफिस से निकलने वाले कचरे को नालों में न डाले। इससे नाले अवरुद्ध होते है और जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। उन्होंने बताया कि हाल में हुई बारिश के दौरान उन्होंने नालों से कुर्सियों व सोफे के गद्दे, भारी मात्रा में पॉलीथिन व अन्य ठोस पदार्थ निकलवाए। नालों की जालियों में फंसने से नाला ओवरफ्लो हो जाता है। जिससे आसपास के इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। यदि लोग नालों में कचरा नहीं डालेंगे तो भविष्य में जलभराव की समस्या बहुत कम होती है।