September 19, 2024

हरियाणा राज्य नारकोटिक कन्ट्रोल ब्यूरो एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अम्बाला मण्डल, अम्बाला छावनी श्रीकान्त जाधव के निर्देशासार पुलिस अधीक्षक अम्बाला जशनदीप सिहँ रंधावा के नेतृत्व में नशे के खिलाफ लाॅच किए गए स्टेट एक्शन प्लान को कामयाब बनाने के लिए आज दिनांक 01 जुलाई 2022 को पुलिस आफिसर्स इन्सटीट्यूट अम्बाला शहर में अम्बाला मण्डल के जिला अम्बाला, यमुनानगर व कुरूक्षेत्र के प्रशासनिक एवम पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की गोष्ठी बुलाई गई।

इस गोष्ठी में माननीय आयुक्त अम्बाला मण्डल अम्बाला रेणू फुलिया, उपायुक्त कुरूक्षेत्र मुकुल कुमार, पुलिस अधीक्षक यमुनानगर मोहित हाण्डा, पुलिस अधीक्षक कुरूक्षेत्र डा0 अंशु सिंगला, अतिरिक्त उपायुक्त अम्बाला सचिन गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अम्बाला पूजा डाबला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुरूक्षेत्र कर्ण गोयल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अम्बाला डा0 कुलदीप, मुख्य चिकित्सा अधिकारी यमुनानगर डा0 मनजीत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुरूक्षेत्र डा0 सुखबीर सिहँ व अन्य पुलिस एवम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ हिसार तथा पंचकुला के प्रशासनिक/पुलिस अधिकारियों ने आनॅलाईन वीडियो कान्फ्रैन्स के माध्यम से इस गोष्ठी में भाग लिया।

माननीय हरियाणा राज्य नारकोटिक कन्ट्रोल ब्यूरो एवम अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अम्बाला मण्डल, अम्बाला छावनी श्रीकान्त जाधव ने उपस्थित सभी प्रशासनिक एवम पुलिस अधिकारियों को नशे के खिलाफ माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल खट्टर के द्वारा 26 जून 2022 को स्टेट एक्शन प्लान लाॅन्च करने से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी एवम दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि नशे के खिलाफ स्टेट एक्शन प्लान तैयार किया गया है जिसमें नशे के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए स्टेट मिशन टीम से लेकर जिला, ब्लाॅक, शहरी/ ग्रामीण व वार्ड स्तर पर मिशन टीम गठित की जाएगी।

इस स्टेट एक्शन प्लान में जिला स्तर पर जिला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला चिकित्सा अधिकारी व अन्य अधिकारियों के अन्तर्गत एस0डी0एम0, तहसीलदार, स्कूल/कालेज/मुख्यिा/प्रधानाचार्य, ग्राम सचिव, पटवारी, आशावकर्स, ए0एन0एम0 एकजुट कार्यरत होकर नशा करने वालों व नशा बेचने वालोें का डाटा इक्टठा करके प्रयास एप तक पहुँचाने का कार्य करेंगें। इस मिशन के अन्तर्गत नशा करने वालों की पहचान कर उनको आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी जिससे उनके अमूल्य जीवन को बचाकर समाज को सुरक्षित रखा जा सके। नशा करने वालों के पास  नशा पहुँचाने वालों का पता लगाकर नशा तस्करों के खिलाफ मामले दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही की जा सके।

महोदय ने आवश्यक जानकारी देते हुए यह भी बतलाया कि स्कूल/कालेज स्तर पर छात्रों को नशे बारे जागरूक करने के लिए धाक्कड़ कार्यक्रम चलाए जाएगें जिसमें कक्षा अनुसार 5-5 बच्चों का समूह बनाया जाएगा। यदि स्कूल/कालेज का छात्र नशे का आदी होगा तो उसकी सूचना वरिष्ठ धाक्कड़ (कक्षा अध्यापक) को देंगे जिससे ऐसे छात्रों का पता लगाकर उन्हें व अन्य छात्रों को नशे के आगोश से बचाया जा सके।

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