हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिशन संम्बध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आहवान पर कर्मियों ने आज झज्जर के लघु सचिवालय मे 1 दिवसीय सांकेतिक धरणा दिया व भूख हड़ताल रखी l राज्य प्रधान ने कहा कि सरकार जनता के लिए खोले गए महकमों का बड़ी तेजी से निजी करण कर रही है l सरकार व अफसरशाही लगातार शिक्षा विभाग फील्ड् मिनिस्ट्रियल कर्मियों का शोषण कर रही है l
पिछले 7 साल से सीनियरिटी लिस्ट को अपडेट नहीं किया जा रहा है l ऑनलाईन ट्रांसफर पॉलिसी में मिडल स्कूलों की एकमात्र क्लर्क की पोस्ट को बिना किसी वैज्ञानिक आधार के कैप्ट कर कर्मियों को परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया की 25 अगस्त 2014 के मंत्रीमंडल के फैसले अनुसार पे-मैट्रिक्स लेवल-6 में क्र्लक का वेतन 35 हजार 400, पुरानी पेंशन, एक्सग्रेसिया में लगाई शर्त हटाने, 4-9-14 साल बाद एसीपी प्रमोशनल पद अनुसार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति रद्द, पेपरलैस व स्टाफिंग पॉलिसी की आड़ में मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के कैडर पर हमला बंद किया जाए, कौशल रोजगार निगम को शीघ्र भंग कर स्थायी भर्ती की जाए।
कर्मचारी नेताओं ने शिक्षा विभाग व सरकार को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर सरकार समय रहते कर्मचारियों की मांग लेती है तो ठीक है नहीं तो बड़े आंदोलन की घोषणा होगी जिसका खामियाजा हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग को भुगतना पड़ेगा