शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि योग स्वस्थ जीवन जीने की एक पद्धति है। आज की भौतिक भाग-दौड़ को देखते हुए योग का अभ्यास अति आवश्यक है क्योंकि सबसे बड़ा सुख शरीर का स्वस्थ होना है, जिसकी प्राप्ति योग से होती है। यदि आपका शरीर स्वस्थ है तो आपके पास दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है।
शिक्षा मंत्री मंगलवार को 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर नई अनाजमण्डी जगाधरी में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम की शुरूआत की और योगा की क्रियाओं में भी भाग लिया। इस कार्यक्रम के माध्यम से उपस्थित जन समूह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को स्क्रीन के माध्यम से लाईव सुना।
शिक्षामंत्री ने उपस्थित जन समूह को योग दिवस की शुभकामनाएं दी और कामना की कि योग आपके जीवन का अभिन्न अंग बने तथा स्वस्थ व खुशहाल रहें। उन्होंने कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ बनने का मूल मंत्र है। यह मन, आत्मा और शक्तियों का बोध करवाने का कारगर रास्ता है। योग कला, विज्ञान और दर्शन का बेजोड़ उदाहरण है। योग में समूची मानवता को एकजुट करने की अद्भुत शक्ति है, योग हमें अपनी महान संस्कृति और परम्पराओं से जोड़कर रखता है। जब योग जीवन का हिस्सा हो जाता है तो आयु, विद्या, यश और बल एकसाथ बढऩे लगते हैं।
उन्होंने कहा कि बड़े हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में जनसाधारण के बीच योग के प्रति जागरूकता का प्रचार-प्रसार करते हेतु आज 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। दुनियाभर के अनगिनत लोगों ने अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाया है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इसका प्रचार-प्रसार हो चुका है और उम्मीद है कि इसका फैलाव और ज्यादा होगा।
यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि योग की शुरूआत भारत में पूर्व वैदिक काल से हुई मानी जाती है। योग हजारों साल से भारतीयों की जीवनशैली हिस्सा रहा है। यह भारत की धरोहर है, योग में पूरी मानव जाति को एकजुट करने की शक्ति है, यह ज्ञान, कर्म और भक्ति का आदर्श मिश्रण है। उन्होंने कहा कि योग एक कला है जो हमारे शरीर, मन और आत्मा को जोड़ता है जो हमें मजबूत और शांतिपूर्ण बनाता है।
इसका अभ्यास आवश्यक है, यह तनाव को कम करने में मदद करता है और समग्र स्वस्थ स्वास्थ्य को बनाए रखता है। उन्होंने कहा कि निरोग रहने के लिए योग जरूरी है। हमें योग से निरंतर जुड़े रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस देश का व्यक्ति स्वस्थ होगा वही देश आगे बढ़ेगा। योग एक ऐसी विद्या है जो शरीर को स्वस्थ रखती है और मन को भी संतुलित बनाए रखती है।
इस मौके पर उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यावाद किया और इस सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने पंतजलि के योग शिक्षक जय कुमार सहित उसके सभी साधकों का भी जिला प्रशासन की तरफ से आभार प्रकट किया। इस अवसर पर जिला आयुर्वैदिक अधिकारी डॉ. विनोद पुण्डीर ने भी सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों, सभी विभागों के कर्मचारियों व आयुष विभाग की पूरी टीम का आभार प्रकट किया।