केंद्र सरकार ने अगले दो ओलंपिक की तैयारियां अभी से शुरू कर दीं हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स से 2024 और 2028 ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों की पहचान की जा रही है। मिशन ओलंपिक कमेटी के कुछ पदाधिकारी इन खेलों में मौजूद हैं। वे यहां से खिलाड़ियों को छांटकर आगे बढ़ाने का काम करेंगे, जिससे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार होंगे।
यह जानकारी केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को पंचकूला में दी। वह यहां खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हरियाणा व महाराष्ट्र की लड़कियों के कबड्डी का फाइनल मैच देखने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कोविड संकट के समय भी केंद्र सरकार ने खिलाड़ियों को प्रशिक्षण व अन्य सुविधाओं देने का काम किया। उसी का परिणाम है कि ओलंपिक में 7 मेडल, पैरालंपिक में 19 मेडल, डेफलंपिक्स में 16 मेडल और थॉमस कप में जीत हासिल कर खिलाड़ियों ने देश का नाम विश्व मानचित्र पर रोशन किया।
दूसरे प्रदेशों को हरियाणा की तर्ज पर खेलों का आधारभूत ढांचा विकसित करना चाहिए। सभी राज्यों में ऐसा ढांचा तैयार होने से राज्य और केंद्र सरकार मिलकर खेलों को बढ़ावा देने के मिशन को साकार कर सकेंगे। ओलंपिक में सर्वाधिक मेडल जीतने वाले हरियाणा में खेलो इंडिया का आयोजन अपने आप में गर्व की बात है।
इन खेलों को दर्शकों का जिस तरह से प्यार मिल रहा है, वह दर्शाता है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स कितने लोकप्रिय बन गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन भारत को खेल क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स इस मिशन का महत्वपूर्ण माध्यम बना है। भारत को खेलों में आगे बढ़ना है तो ओलंपिक खेलों के साथ-साथ परंपरागत खेलों को भी बढ़ावा देना होगा। इन खेलों में युवा खिलाड़ियों को स्टार बनने का मौका मिला है, भविष्य में यही खिलाड़ी ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीतकर लाएंगे और देश-प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।