मनरेगा घोटाले में अलग-अलग छह थानों में अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे पहले भी दो थानों में मुकदमें दर्ज हो चुकी हैं। जिला परिषद की सीईओ मनीषा शर्मा द्वारा जिला विजिलेंस कमेटी अध्यक्ष व एडीसी उत्तम सिंह के नेतृत्व में बनी कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज करवाए गए हैं। इन केसों में बीडीपीओ, एबीपीओ, ग्राम सचिव सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारियों के नाम शामिल हैं।
वीओ :- दरअसल पंचायती राज संस्था के कार्य कराने के लिए जिले में छह ब्लॉक हैं, जिनमें पलवल, होडल, हथीन, हसनपुर, पृथला व बड़ौली शामिल हैं। इन सभी ब्लॉकों में मनरेगा के तहत हुए कार्यों में अनियमितताएं बरती गई हैं। अनियमितताएं बरतने पर पलवल सदर थाना, हथीन, होडल, हसनपुर, गदपुरी व चांदहट में मुकदमें दर्ज करवाए गए हैं। जिला परिषद की सीईओ मनीषा शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि दुर्गापुर, असावटा, बढ़ा, किशोरपुर, टहरकी, जलालपुर व जोधपुर गांवों में किए कार्यों में बीडीपीओ उपमा अरोड़ा, एबीपीओ मनोज कुमार, एबीपीओ तैयुब हुसैन, ग्राम सचिव महेश गौतम, ग्राम सचिव गिर्राज सिंह, ग्राम सचिव यशवीर, ग्राम सचिव वीर सिंह, ग्राम सचिव महेंद्र चौहान सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत के तहत केस दर्ज किए गए हैं।
इसी प्रकार अन्य थानों में अलग-अलग गांवों में किए गए कार्यों में बरती अनियमितताओं को लेकर केस दर्ज करवाया गया है। पलवल डीएसपी यशपाल खटाना ने बताया कि एडीसी उत्तम सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीईओ जिला परिषद मनीषा शर्मा के बयान पर छह अलग-अलग पुलिस थानों में केस दर्ज किए हैं। जांच के दौरान जो भी अधिकारी व कर्मचारी अनियमितताओं में संलिप्त पाया जाएगा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।