दादरी जिले की अनाज मंडी में पिछले साल जंहा आठ लाख पच्चीस हजार आठ सौ बहत्तर क्ंिटल गेंहू की खरीद हुई थी। वंही अबकी बार केवल पचास हजार आठ सौ सोलह क्ंिटल गेंहू की खरीद हुई है। जिसके कारण अबकी बार दादरी जिले में बनाई गई मंडियों में से पांच मंडियों में अब तक एक भी दाना गेंहू का नही पहुंचा है। किसानों को मंडी भाव से ज्यादा भाव बाजार में मिलने के कारण किसान अपनी फसल को मंडियों की बजाए बाहर बेच रहा है।
जिसके कारण मंडियों में फसल की आवक नाममात्र हुई है। सरकार सरकार ने किसानों को 16 मई से 31 मई तक अपनी गेंहू की फसल बेचने के लिए एक ओर मौका दिया है। लेकिन बावजूद इसके दादरी की नई अनाज मंडी में एक भी किसान अपनी फसल लेकर नही पहुंचा। जंहा पिछले साल इस समय अनाज मंडी में पैर रखने तक की जगह नही थी, वंही आज दादरी की अनाजमंडी सुनसान पड़ी है।
दादरी के मार्केट कमेटी सचिव बसंत कुमार ने बताया कि दादरी जिले में इस बार गेंहू की खरीद काफी कम मात्रा में रही है। इस वर्ष कल तक 16 मई से अब तक पचास हजार आठ सोलह क्ंिटल गेंहू की खरीद हेफैड ने की है। वंही पिछले साल सीजन में आठ लाख पच्चीस हजार आठ सौ बहत्तर क्ंिटल गेंहू की खरीद की गई थी। मार्केट कमेटी सचिव ने कहा अब सरकार ने 16 मई से 31 मई तक दौबारा किसानों को अपनी गेंहू की फसल बेचने का जो मौका दिया है
इसके अन्र्तगत दादरी जिले में बनाएं गए किसी भी केन्द्र पर किसान अपनी फसल बेचने नही आया है। दादरी जिले में बाढडा, झोझू, बेरला, कादमा, व बधवाना ऐसे खरीद केन्द्र है जंहा आज तक एक भी किसान अपनी गेंहू की फसल का एक भी दाना लेकर नही पहुंचा है। बाजार भाव तेज होने से कोई किसान मंडी में नही आ रहा है बाहर ही अपनी फसल को बेच रहे हैं। जिसके कारण दादरी अनाजमंडी अबकी बार सुनी पड़ी हुई है।