हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि अच्छे नेताओं का निर्माण करना हमारी जिम्मेवारी है। श्री विज गुरुवार को अम्बाला छावनी स्थित बीपीसी जैन पब्लिक स्कूल में संत बाबा पूर्ण चंद महाराज जी की 46वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि लोगों को संबोधित कर रहे थे।
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हर मां कहती है कि मेरा बेटा इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस बने और हर मां का यह सपना होता है। मगर माताओं को अपने सपने को अब और आगे बढ़ाना पड़ेगा कि ‘मेरा बेटा अच्छा लीडर बने’, क्योंकि बिना उसके भी हमने प्रजातंत्र को अंगीकार (स्वीकार) किया है। अच्छे नेताओं का निर्माण करना भी हमारी जिम्मेवारी है। जब तक हम अच्छे नेताओं का निर्माण नहीं करेंगे तब तक देश की शासन पद्धति को कुशलता से चलाना मुमकिन नहीं है। गृह मंत्री ने कहा कि इसलिए आज से एक सपना और लेना शुरू कर दो कि मैं अपने बेटे या बेटी को अच्छा नेता बनाऊंगा ताकि वह सेवा करके इस काम को और आगे ले जा सके।
किसी राष्ट्र का निर्माण सीमेंट की ईमारतों से नहीं, वहां के नागरिकों की संस्कृति से होता है : अनिल विज
गृह मंत्री अनिल विज ने स्कूल में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में नई अंगड़ाई ली, नई शिक्षा पॉलिसी को बनाया गया जिसमें सारे विद्वानों को शामिल गया गया ताकि हम अच्छे नागरिक तैयार कर सके। किसी राष्ट्र का निर्माण वहां के नागरिकों की संस्कृति से होता है मिट्टी और सीमेंट की ईमारतों से नहीं होता है। वहां के नागरिकों का किरदार क्या है, उसपर उस राष्ट्र को आंका जाता है। नए भारत को निर्माण करने में शिक्षण संस्थानों को बेहतरीन योगदान है। सभी को एक सामान शिक्षा मिले ऐसा हमारा ध्येय एवं प्रयास है। उन्होंने कहा आने वाले भारत के नागरिक कैसे हो, उनका स्कूल में निर्माण व उन्हें तैयार किया जाता है। उनको यहां सक्षम बनाया जाता है, उनको यहां पर आने वाली चुनौतियों के लड़ने के काबिल बनाया जाता है, उनको हर प्रकार की शिक्षा देकर यहां पर तैयार किया जाता है।
शिक्षा प्रणाली पर अंग्रेजों का प्रभाव था, हमारे से हमारी संस्कृति को अलग सीमित किया गया : अनिल विज
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली पर काफी समय तक अंग्रेजों का प्रभाव रहा। वह हमें पढ़ाना व काबिल नहीं बनाना चाहते थे। उन्हें केवल काम करने के लिए कर्मचारियों की जरुरत थी इसलिए कर्मचारियों को जितने ज्ञान की जरुरत होती है उतना ही ज्ञान दिया जाता था। लार्ड मैकॉलय बहुत पहले भारत में आए थे, उन्होंने भ्रमण किया और बाद में इंग्लैंड की संसद में जाकर बताया कि वह हिंदुस्तान में पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण गए। मगर, उन्होंने किसी भी आदमी को भूखा मरते नहीं देखा। जब तक हम उनकी संस्कृति छीन नहीं लेते तब तक हम वहां पर सकुशल राज नहीं कर सकते। हमसे हमारी संस्कृति छीनने का काम लार्ड मैकॉलय ने किया और हमारी शिक्षा पद्धति में परिवर्तन किया। हमारे गुरू पहले शिक्षा और संस्कार भी देते थे, जिसे पूर्ण शिक्षा कहा जाता है। मगर जहां केवल शिक्षा है वहां केवल अक्षर ज्ञान है। हमारे से हमारी संस्कृति को अलग कर सीमित कर दिया गया, हमसे संस्कृत भाषा छीनी गई जिसमें अथह ज्ञान भरा हुआ है। हमसे संस्कृत भाषा को छीन लिया गया और हमें आम क्लर्क बनाकर अंग्रेज तैयार करते रहे। मगर अब समय बदला और नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में शिक्षा पद्धति में बदलाव हुआ जिससे देश आगे बढ़ रहा है।
स्कूल पहुंचने पर जैन सभा की ओर से गृह मंत्री का स्वागत किया गया
इससे पहले गृह मंत्री श्री विज के स्कूल परिसर में पहुंचे पर स्कूल के प्रधान अनिल जैन व जैन सभा के सदस्य एनके जैन, चेयरमैन प्रधान अनिल जैन, महामंत्री सुशील जैन, प्रेम जैन, जसवंत जैन, महावीर जैन, प्रोफेसर केके जैन, कमलजीत जैन, सुधीर जैन, राजेंद्र जैन, संजय जैन, सुभाष जैन एवं अन्य ने उनका स्वागत किया। गृह मंत्री अनिल विज ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बीपीसी जैन सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल में संत बाबा पूर्ण चंद जी महाराज की 46 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उप प्रवाचक सुभाष मुनि जी महाराज और प्रवचन दिवा दिवाकर सुधीर मुनि महाराज मौजूद रहे। कार्यक्रम में बच्चों ने नृत्य योगा और लघु नाटिका प्रस्तुत की। इस अवसर पर शीतल एवं अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।