November 21, 2024

अम्बाला मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख एवं प्रयास के संस्थापक श्री श्रीकांत जाधव साहब के दिशानिर्देशों, मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में हरियाणा के गाँव गाँव तक जाकर नशे से दूर रहने के लिए प्रतिदिन लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इस कड़ी में आज राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पुलिस लाइन अम्बाला शहर में 26वां एक दिवसीय नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

विद्यालय के प्राचार्य सुखविंद्र सिंह एवं प्राध्यापक कामेश की अध्यक्षता में यह कार्यशाला आयोजित की गई. हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे हुए थे. उन्होंने विद्यार्थियों को नशे की परिभाषा देते हुए कहा कि एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत आने वाले अफीम, चरस, हेरोइन, चिट्टा, स्मैक, गांजा, चुरा पोस्त, नशे की गोलियां आदि मानव के सेवन के लिए नहीं है और जो व्यक्ति इसका सेवन करता है वो ठीक उस प्रकार कर रहा है जैसे कोई व्यक्ति विष का पान करता है.

अधिनियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति इनका सेवन, क्रय-विक्रय, तस्करी, खेती, संग्रहण, ऐसे कार्यों में संलिप्त की सहायता नहीं कर सकता. उन्होंने विभिन्न उदाहरण देकर छात्राओं को बताया कि इन प्रतिबंधित नशों क सेवन व्यक्ति अपने मित्रों के कुसंग और चलचित्रों आदि से सीखता है. पहले तो ऐसा व्यक्ति नशे का सेवन शौक के लिए करता है परन्तु थोड़े ही समय में एक दो बार नशे का सेवन का आदि हो जाता है. वह व्यक्ति चाहकर भी वह नशा नहीं छोड़ सकता और अंत में यह शौक उसके जीवन का शोक बन जाता है.

आज बहुत अधिक युवा चिट्टे और स्मैक के टीके लगाकर अपने जीवन को मृत्यु के निकट ले जा रहे हैं. ऐसे व्यक्ति का मस्तिष्क शून्य हो जाता है सोचने समझने की शक्ति समाप्त हो जाती और थोड़े ही समय में मृत्यु को प्राप्त हो जाता है. इस भयानक बुराई को समाप्त करने के लिए एडीजीपी श्रीकांत जाधव साहब ने बड़े ही कठोर कदम उठाये हुए हैं. एक और अपराधियों को सलाखों के पीछे तो दूसरी और जागरूकता के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के साथ ही अब तक 56 युवाओं को नशा मुक्त कर चुके हैं. उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर 9050891508 लोगों की सुविधा के लिए जारी किया है जिस पर नशे का कारोबार करने वाले लोगों की गुप्त सुचना दी जा सकती है तो दूसरी और नशा छोड़ने वाले सम्पर्क कर सकते हैं. इस अवसर पर शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थियों ने जीवन में नशा न करने का प्रण भी लिया.

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