गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश उत्सव को पानीपत में हर्षोल्लास व श्रद्धा से मनाने पर यमुनानगर सिख संगत की ओर से हरियाणा सरकार का धन्यवाद करने के लिए मेयर हाउस में धन्यवाद समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में शिक्षा मंत्री कंवरपाल मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। मेयर मदन चौहान, व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रामनिवास गर्ग, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण शर्मा, डिप्टी मेयर रानी कालड़ा, पूर्व सिविल सर्जन डा. विजय दहिया विशिष्ठ अतिथि रहे। कार्यक्रम में यमुनानगर की समूह साध संगत ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल व अन्य का स्मृति चिन्ह देकर हरियाणा सरकार का धन्यवाद किया। इस दौरान विशेष कार्य करने पर हर मैदान फ़तेह सोसायटी, औट आसरा सेवा सोसायटी व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का हरियाणा से गहरा नाता रहा है। उन्होंने हरियाणा और पंजाब से होकर छह यात्राएं कीं। गुरु साहिब ने हरियाणा के 32 गुरुद्वारों में अपने चरण रखे। गुरु जी धमतान साहिब, मंजी साहिब, गढ़ी साहिब, कराह साहिब आदि स्थानों पर पहुंचे। गुरु साहिब के शीश की अंतिम यात्रा भी हरियाणा से होकर निकली। हरियाणा सरकार गुरु साहिब के विचारों को सहेजने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उनके चरणों में नतमस्तक होते हुए सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पानीपत की ऐतिहासिक धरती पर आयोजित समागम स्थल का नाम गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखने की घोषणा की।
जिस मार्ग से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पालकी आई उसका नामकरण भी श्री गुरु तेग बहादुर जी मार्ग रखे जाने का ऐलान किया व यमुनानगर में बनने जा रहा मेडिकल कॉलेज का नाम भी श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखा गया। उन्होंने यमुनानगर समूह साध संगत का धन्यवाद किया मेयर मदन चौहान ने कहा कि गुरुओं ने समाज और देश की रक्षा के लिए बलिदान दिया था। गुरु साहिब जी ने भी देश-धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी एक नायक थे और औरंगजेब खलनायक था।
इसी तरह त्रेता युग में रावण एक खलनायक था जबकि प्रभु श्री राम नायक हुए। इन महापुरुषों ने अत्याचार, धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए कोई समझौता नहीं किया। मौके पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष नितिन, सहज दुग्गल, रिषभ शर्मा, गुरप्रीत नारंग, सतविंद्र चावला, दमनदीप सिंह, रिशु सिंह, मनप्रीत सिंह, अगम, लवल सिंह, आशिम खुराना, गुरप्रीत सिंह नारंग, गगनजीत सिंह , रमनदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, राजन, सरनदीप सिंह, लवप्रीत सिंह, जश्न मक्कड़ आदि मौजूद रहें।