झज्जर में देर शाम उस समय अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया जब यहां के रिहायशी क्षेत्र में चल रही कत्था फैक्ट्री से अमोनिया गैस का रिसाव हो गया। घटना करीब साढ़े 9 व दस बजे के बीच की है। गेस के रिसाव से जहां फैक्ट्री के कर्मचारियों को सांस लेने में दिक्कत शुरू हो गई वहीं आस-पड़ौस में भी लोगों के अंदर घुटन शुरू हो गई। अफरा-तफरी के माहौल के बीच मामले की सूचना जिला प्रशासन के पास पहुंची।
सूचना मिलते ही जिला अतिरिक्त उपायुक्त जगनिवास व डीएसपी राहुल देव शर्मा के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे। सबसे पहले प्रशासन ने त्वरित कार्यवाहीं के तहत पहले गैस का रिसाव गहन प्रयासों के तहत बंद कराया और बाद में फैक्ट्री के स्टॉफ को फैक्ट्री से बाहर निकलवा कर उन्हें खाने के लिए गुड़ वगैरह दिया गया। फैक्ट्री के पड़ौस के लोगों को भी जब घुटन महसूस हुई तो उनमें से अधिकांश को प्रशासन ने दूसरी जगह पर
भेज दिया। बताया जाता है कि इस दौरान कईयों के दम धुटने व उल्टियां लगने का भी समाचार है।
जिन्हें शहर के नागरिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। प्रशासन की तरफ से दमकल विभाग की दो गाडिय़ों को मौके पर बुलाकर पानी का छिड़काव भी कराया गया ताकि लिकेज हुई गैस के प्रभाव को कम किया जा सके। समाचार लिखे जाने तक जिला प्रशासन द्वारा स्थिति कंट्रोल में बताई जाती है। उधर घटना की सूचना मिलते ही प्रदेश की पूर्व शिक्षा मंत्री व गीता भुक्कल घटना स्थल पर पहुंची और उन्होंने वहां की स्थिति का जायजा लिए जाने के साथ-साथ मौके पर मौजूद अधिकारियों से भी बातचीत की।
उन्होंने कहा कि रिहायशी क्षेत्र में जिस प्रकार से फैक्ट्री के अंदर अमोनिया गैस का रिसवा हुआ है उसकी वजह से लोगों में भय का माहौल है। प्रशासन को चाहिए कि इस प्रकार की घटना दोबारा से न हो इसके लिए उचित प्रबन्ध किए जाने चाहिए। उन्होंने लोगों से भी इस मामले में संयम बरतने की बात कही है। मौके पर मौजूद जिला अतिरिक्त उपायुक्त जगनिवास का कहना है कि फिलहाल प्रशासन का प्रयास यह है कि गैस को रिसाव रोका जाए और जो लोग इससे प्रभावित हुए है उन्हें इलाज मुहैया कराया जाए। अहतियात के तौर पर फैक्ट्री के आस-पास के क्षेत्र को खाली कराया गया है। ताकि लोग इस गैस के रिसाव से प्रभावित न हो।