नगर निगम की टीम द्वारा सिटीजन फीडबैक के लिए स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में जाकर अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में निगम की टीम ने जीएनजी कॉलेज समेत कई शिक्षण संस्थानों में जाकर वहां के विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों से फीडबैक दर्ज करवाया। विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों ने स्वयं अपने मोबाइल से स्वच्छता फीडबैक दर्ज किया। इस दौरान उन्हें सूखा व गीला कचरा अलग-अलग करने और गीले कचरे से खाद तैयार करने के प्रति जागरूक किया।
टीम कोऑर्डिनेटर मीनू चसवाल ने बताया कि मेयर मदन चौहान, सहायक निगम आयुक्त धीरज कुमार व उप निगम आयुक्त अशोक कुमार के निर्देशों पर कार्यकारी अधिकारी सुशील भुक्कल के नेतृत्व में शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। नगर निगम की टीम डोर टू डोर जाकर शहरवासियों को स्वच्छता व स्वच्छ सर्वेक्षण में भागीदारी देने के लिए जागरूक कर रही है। इसी कड़ी में जीएनजी कॉलेज में जाकर वहां के स्टाफ व छात्राओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और उनसे स्वच्छ सर्वेक्षण में फीड़बैक दर्ज करवाई।
छात्राओं व स्टाफ सदस्यों ने अपनी स्वेच्छा से अपनी फीडबैक दर्ज की। इस दौरान विद्यार्थियों को हरे व नीले डस्टबिन का महत्व बताते हुए सूखा व गीला कचरा अलग अलग करने के बारे में बताया गया। कार्यकारी अधिकारी सुशील कुमार भुक्कल ने कहा कि हरे डस्टबिन में गीले कचरे के लिए होता है। इसमें हमें गीला कचरा डालना है। गीले कचरे से हम खाद तैयार कर उसका इस्तेमाल अपने गार्डन, पेड़ पौधों व क्यारियो में कर सकते है। नीला डस्टबिन सूखे कचरे के लिए है। सूखे कूड़े नीले डस्टबिन में डालना है।
उन्होंने सभी विद्यार्थियों को पॉलिथीन व वन टाइम यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने, खुले व नाली में कचरा न फेंकने के प्रति भी जागरूक किया। उन्होंने कहा कि शहरवासी स्वेच्छा से अपना फीडबैक दर्ज कर रहे है। किसी भी शहरवासी पर कोई दबाव नहीं डाला जा रहा है। मौके पर कृष्ण, मनजीत कौर, सोनू, कविता आदि मौजूद रहें।