
इंडियन सोसाइटी ऑफ ब्लड ट्रांस फ्यूजन एंड इम्यूनो हिमेटोलॉजी (आईएसबीटीआई) के 50वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए गुरुग्राम में मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि साल 2014 से पहले हरियाणा में एमबीबीएस की सिर्फ 700 सीटें थीं, लेकिन भाजपा सरकार ने इन्हें बढ़ाकर 2600 कर दिया है।
अब हर साल इतने ही डॉक्टर तैयार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि साल 2029 तक यह संख्या और बढ़कर 3400 हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 11 सालों में सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक बनाने, लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करने और ब्लड बैंक सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने पर लगातार काम किया है।
सरकार का प्रयास है कि हरियाणा में ब्लड ट्रांसफ्यूजन सेवाएं बेहतर हों और हर जरूरतमंद को समय पर सुरक्षित रक्त मिल सके।
मुख्यमंत्री यहां इंडियन सोसाइटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन एंड इम्यूनो हेमेटोलॉजी (आईएसबीटीआई) के 50वें राष्ट्रीय सम्मेलन ‘स्वर्ण जयंती ट्रांसकॉन 2025’ के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे।
इस मौके पर हरियाणा के सहकारिता, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद कुमार शर्मा, पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर और गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा भी मौजूद रहे।