हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि पवित्र ग्रंथ पूरी दुनिया को अध्यात्म और दार्शनिक तरीके से देखना-समझना सिखाता है, जिंदगी को जीना सिखाता है। हम अपने जीवन और उसके उदेश्यों को लेकर कई तरह के प्रश्नों से जूझते रहते है, लेकिन यह पवित्र ग्रंथ हमें हर प्रश्नों का जवाब बहुत अच्छे तरीके से देता है। यह ज्ञान हर मनुष्य के लिए जरूरी है। पवित्र ग्रंथ गीता में कहा गया है कि चिंता चिता के सम्मान है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में पुरुषोत्तमपुरा बाग में शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण, आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक इंद्रेश, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, नप की पूर्व अध्यक्षा उमा सुधा, मुख्यमंत्री के ओएसडी विरेंद्र सिंह, पूर्व ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र सिंह, हिपा की भद्रकाली शक्तिपीठ के पीठ अध्यक्ष सतपाल महाराज, ओएसडी अनिता कुंडू, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य कैप्टन परमजीत सिंह, विजय नरुला, सौरभ चौधरी, अशोक रोशा, डा. ऋषिपाल मथाना, मंडल अध्यक्ष हरीश अरोड़ा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। इस दौरान प्रसिद्ध कलाकारों ने भजन संध्या प्रस्तुत करके ब्रह्मसरोवर की फिजां को भक्तिमय कर दिया।
विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता विश्व का एक महान ग्रंथ है। इस ग्रंथ में कहे गए एक-एक श्लोक में मानवता के लिए कुछ ना कुछ है। इसलिए अपने जीवन को सफल बनाने और सही मार्गदर्शन के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों को धारण करना चाहिए। इस ग्रंथ के प्रत्येक श्लोक को स्मरण करने से मन को अध्यात्मिक शांति का अनुभव होता। आज के समय में तनाव के कारण तरह-तरह की बीमारियां से मनुष्य ग्रस्त हो रहा है। ऐसे में पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान बड़ा ही फायदेमंद है। विश्व में गीता की पूजा हो रही है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता का जो संदेश दिया था, गीता के उस सार को सभी को अपने जीवन में अपनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से देश की प्राचीन संस्कृति को संरक्षित करने के उद्देश्य से ही आईजीएम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया गया। यह सभी प्रयास भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने तथा देश को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए किए जा रहे है। एक प्रश्न का जवाब देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत की पवित्र भूमि से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अभियान का शुभारंभ किया था और अब 9 दिसंबर को पानीपत की ही धरा से प्रधानमंत्री बीमा सखी योजना का शुभारंभ करने जा रहे है। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में पुरुषोत्तमपुरा बाग में शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण, आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक इंद्रेश, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, नप की पूर्व अध्यक्षा उमा सुधा, मुख्यमंत्री के ओएसडी विरेंद्र सिंह, पूर्व ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र सिंह, हिपा की भद्रकाली शक्तिपीठ के पीठ अध्यक्ष सतपाल महाराज, ओएसडी अनिता कुंडू, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य कैप्टन परमजीत सिंह, विजय नरुला, सौरभ चौधरी, अशोक रोशा, डा. ऋषिपाल मथाना, मंडल अध्यक्ष हरीश अरोड़ा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। इस दौरान प्रसिद्ध कलाकारों ने भजन संध्या प्रस्तुत करके ब्रह्मसरोवर की फिजां को भक्तिमय कर दिया।
विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता विश्व का एक महान ग्रंथ है। इस ग्रंथ में कहे गए एक-एक श्लोक में मानवता के लिए कुछ ना कुछ है। इसलिए अपने जीवन को सफल बनाने और सही मार्गदर्शन के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों को धारण करना चाहिए। इस ग्रंथ के प्रत्येक श्लोक को स्मरण करने से मन को अध्यात्मिक शांति का अनुभव होता। आज के समय में तनाव के कारण तरह-तरह की बीमारियां से मनुष्य ग्रस्त हो रहा है। ऐसे में पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान बड़ा ही फायदेमंद है। विश्व में गीता की पूजा हो रही है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता का जो संदेश दिया था, गीता के उस सार को सभी को अपने जीवन में अपनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से देश की प्राचीन संस्कृति को संरक्षित करने के उद्देश्य से ही आईजीएम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया गया। यह सभी प्रयास भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने तथा देश को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए किए जा रहे है। एक प्रश्न का जवाब देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत की पवित्र भूमि से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अभियान का शुभारंभ किया था और अब 9 दिसंबर को पानीपत की ही धरा से प्रधानमंत्री बीमा सखी योजना का शुभारंभ करने जा रहे है। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।