राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर करनाल के लघु सचिवालय सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि करनाल के सीटीएम शुभम ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर पंडित चिरंजी लाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सुरेश दुग्गल और डॉ. प्रदीप मौजूद रहे। कार्यक्रम में पत्रकार साथियों ने भी शिरकत की। मीडिया के बदलते स्वरूप विषय पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम के दौरान अपना वक्तव्य देते हुए सीटीएम शुभम ने कहा कि मीडिया आम आदमी की आवाज को पहुंचाने का कार्य करता है। इसके साथ-साथ प्रशासन के फैसलों व प्रशासन से जुड़ी खबरों को आमजन तक पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि लोगों को शहर की, देश की, प्रदेश की और विदेश की गतिविधियों की जानकारी मीडिया के माध्यम से ही मिलती है।
इसके साथ-साथ बीते लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में भी पल-पल की जानकारी मीडिया के माध्यम से आमजन और जिला प्रशासन को प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि मीडिया का स्वरूप लगातार बदल रहा है। आज सोशल मीडिया के आ जाने से विश्व के एक कोने में यदि घटना हो रही है तो दूसरे कोने में तत्काल जानकारी पहुंच जाती है।
न्होंने कहा कि इस बदलाव के दौर में हमारी भी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। हमें खबरों को विश्वसनीयता के साथ प्रस्तुत करना चाहिए। उन्होंने भविष्य में एक साथ आगे बढक़र विकासशील भारत को विकसित बनाने का संकल्प भी लिया। उन्होंने सभी मीडिया के साथियों को राष्ट्रीय प्रैस दिवस की हार्दिक बधाई दी।
तकनीक के साथ तालमेल बहुत जरुरी: प्रोफेसर सुरेश दुग्गल
पंडित चिरंजी लाल राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सुरेश दुग्गल ने मीडिया के बदलते स्वरूप पर चर्चा के दौरान कहा कि लगातार तकनीक बदल रही है। ऐसे में मीडिया के साथियों को तकनीक के साथ तालमेल बिठाना अति आवश्यक है। पहले परंपरागत मीडिया था, इसके बाद प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आया और अब सोशल मीडिया अधिक चर्चा में है।
उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ-साथ नई-नई तकनीक आ रही है। ऐसे में हमें उन तकनीक के साथ जुडक़र उन्हें एक अवसर की तरह लेना है और आगे बढऩा है। यदि हम किसी तकनीक को चुनौती मानेंगे तो उसे सीख नहीं पाएंगे और पिछड़ जाएंगे। उन्होंने सभी मीडिया के साथियों को राष्ट्रीय प्रैस दिवस की हार्दिक बधाई दी।
मीडिया का स्वरूप जरुर बदलता है लेकिन सिद्धांत नहीं बदलते: डॉ. प्रदीप कुमार
पंडित चिरंजी लाल राजकीय महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप कुमार ने कहा कि मीडिया एक ओपिनियन मेकर का कार्य करता है। ऐसे में मीडिया और मीडियाकर्मियों की जिम्मेदारी अधिक होती है। उन्होंने कहा कि तकनीक के साथ-साथ मीडिया का स्वरूप जरूर बदला है लेकिन मीडिया के सिद्धांत नहीं बदले हैं।
आज मीडियाकर्मियों को विश्वसनीयता बनाकर रखनी चाहिए, क्योंकि जिस भी मीडिया का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे भारत का भविष्य देख रहा है। उन्होंने कहा कि हमें किसी से प्रभावित नहीं होना चाहिए। एक गरीब व्यक्ति को मीडिया के पास आने में उतना सजह महसूस होना चाहिए जितना एक अमीर व्यक्ति को। उन्होंने कहा कि जो भी मीडिया संस्थान विश्वसनीयता को बनाकर रखेगा वह अधिक लंबे समय तक चलेगा। उन्होंने सभी मीडिया के साथियों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की हार्दिक बधाई दी।