तीर्थराज श्री कपाल मोचन आदिबद्री मेले में बड़ों के साथ-साथ युवा भी मांग रहे मनचाही मुरादें। सर्दी के मौसम में मीठी-मीठी धूप के बीच में सरोवर में लगा रहे हैं गौते।
कपाल मोचन मेले में जहां एक ओर बड़े बुजुर्ग श्रद्धालु दूर-दूर से कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर में स्नान करने व मनचाही मुरादें मांगने आते हैं वहीं आज का युवा वर्ग भी मेले के इन तीनों पवित्र सरोवरों में स्नान करने के लिए आतुर हैं। पंजाब के मानसा से आए लाल सिंह ने कहा कि वे पिछले कई सालों से कपाल मोचन मेला में आ रहे हैं और तीनों सरोवरों में स्नान कर धर्म लाभ कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पवित्र स्थान पर आने से श्रद्धालुओं की मनचाही मुरादें पूरी होती है। उन्होंने कहा कि वैसे तो प्रशासन द्वारा प्रतिवर्ष बेहतर प्रबंध किए जाते हैं, लेकिन इस बार सभी प्रबंध चाहे वह साफ-सफाई हो, सुरक्षा व्यवस्था आदि बेहतरीन तरीके से सभी व्यवस्थाएं की गई है।
मानसा के ही कुलविन्द्र सिंह ने कहा कि तीर्थराज श्री कपाल मोचन स्थल श्रद्धालुओं के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं, यह स्थल उनकी आस्था और विश्वास से जुड़ा हुआ है। नारायणगढ़ से आए कुलविन्द्र सिंह ने कहा कि ने कपाल मोचन स्थल में स्थित इन सरोवरों में स्नान करके जहां मांगी गई मुरादें पूरी होती हैं वहीं इस मेले में धार्मिक संस्कृति के बारे में भी विस्तार से पता चलता है। उन्होंने बताया कि सरोवरों में स्नान करने के बाद मंदिरों व गुरुद्वारे में माथा टेकते हैं तथा अपनी मनपसंद चीजें खरीदते हैं और मेले में लगे विभिन्न तरह के झूलों का आनंद लेते हैं। उन्होंने भी प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंधों एवं व्यवस्थाओं की सराहना की। गांव रम्बा से आए डॉ.मनप्रीत सिंह ने कहा कि वे पिछले कई सालों से कपाल मोचन आ रहे हैं। इस बार भी वे संगत के साथ कपाल मोचन में आए हैं। उन्होंने कहा कि इस पवित्र स्थल पर आने वाले लोग मेला समझकर नहीं अपितू तीर्थ स्थान समझकर आए तो उनकी मन की सभी मुरादें पूरी होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा कपाल मोचन में सुरक्षा,साफ-सफाई, पीने के पानी, शौचालय जैसी अनेकों प्रकार की सुविधाएं श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की गई है।
श्री कपाल मोचन मेला में आए युवाओं मनप्रीत सिंह, जितेंद्र सिंह, रामकुमार, जसबीर सिंह आदि ने बताया कि इस मेले में लगी प्रदर्शनी से भी हमें काफी कुछ देखने को मिला है। जिससे उन्हें पता चला है कि हरियाणा सरकार जनकल्याण के लिए क्या-क्या योजनाएं चला रही है।
पंजाब के बठिंडा से आए श्रद्धालुओं ने बताया कि वे प्रतिवर्ष कपाल मोचन में आकर लंगर की सेवा करते हैं। इस बार भी लंगर की सेवा कर रहे हैं। उनके द्वारा लगाए गए लंगर में काफी संख्या में लोग प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लंगर लगाने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं आई है और प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है।