डीसी पार्थ गुप्ता ने जब वीआईपी कुर्सी छोडक़र बाल भवन के प्रागंण में स्लब बस्ती के विद्यार्थियों के बीच जमीन पर जाकर बैठ गए। इन बच्चों के बीच बैठकर उपायुक्त ने विद्यार्थियों से दीपावली पर्व की महत्वता के बारे में प्रश्र किया और पूछा की दीपावली पर्व क्यों मनाया जाता है और पिछले सालों से विद्यार्थी किस प्रकार दीपावली पर्व मना रहें हैं। इस प्रकार के प्रश्रों और मन की भावनाओं को उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने विद्यार्थियों के साथ सांझा किया। अहम पहलू है कि विद्यार्थियों ने डीसी को अपने बीच पाकर खुलकर अपने मन की बात का इजहार किया और हर प्रश्र का जवाब देने का प्रयास भी किया। इस प्रकार करीब आधा घंटा उपायुक्त पार्थ गुप्ता और विद्यार्थियों के बीच दीपावली पर्व को लेकर हंसी खुशी का खेल चलता रहा।
जी हां, जिला बाल कल्याण परिष्द की तरफ से पहुंचे अधिकारी और आजीवन सदस्य इस दृश्य को लेकर दंग रह गए, क्योंकि पहली बार कोई भी उपायुक्त ने बच्चों के बीच बैठकर दीपावली पर्व को मनाया। इस पावन पर्व को लेकर मंगलवार को अम्बाला छावनी के बाल भवन में जिला बाल कल्याण परिषद् की तरफ दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस दीपावली मिलन समारोह का आगाज उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने दीप शिखा प्रज्जवलित कर किया। उपायुक्त ने बच्चों को भाषण देने की बजाए सीधा कुर्सी छोडक़र विद्यार्थियों के बीच जमीन पर जाकर बैठ गए। इसके साथ ही सभी अधिकारी भी विद्यार्थियों के संग नीचे बैठ गए।
उपायुक्त ने प्रत्येक विद्यार्थी के साथ अपनी मन की भावनाओं को सांझा करते हुए दीपावली पर्व को लेकर कई महत्वपूर्ण सवाल किए और इन सवालों का जवाब विद्यार्थियों द्वारा बेहद अनोखे अंदाज में दिया गया। उपायुक्त ने इन विद्यार्थियों की होसला अफजाही करते हुए कहा कि दीपावली जैसे पावन पर्व पर दीपक जलाने के साथ-साथ प्रत्येक विद्यार्थी को अपने जहन में ज्ञान, मेहनत, प्यार एवं सद्भावना का दीपक जलाने का प्रयास करना चाहिए। इस पावन पर्व की खुशियों को अपने दोस्तों, परिजनों, शिक्षकों के साथ मिलकर बांटना चाहिए, तभी दीपावली जैसे पावन पर्व के मायने सार्थक हो सकेंगे।
उपायुक्त ने स्वयं सभी विद्यार्थियों को मिठाईयां और विद्यार्थियों से सम्बध्ंिात सामान वितरित किया। इसके उपरान्त सभी विद्यार्थियों ने हलवा, पूरी का स्वाद भी चखा। इसके उपरान्त आरसीसी यूथ कल्ब अम्बाला की प्रधान लव्य खन्ना और उनकी टीम के साथ-साथ बाल कल्याण के विद्यार्थियों ने बेहद रंगारंग व उमदा कार्यक्रम प्रस्तुत करके सबका मन मोह लिया।
जिला बाल कल्याण अधिकारी विश्वास मलिक ने कहा कि बाल भवन में स्लम बस्ती के करीब 30 विद्यार्थी नियमित रूप से शिक्षा ग्रहण कर रहें हैं। इन विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ कौशल, खेल कूद व सांस्कृतिक गतिविधियों का ज्ञान दिया जा रहा हैं। इसके अलावा स्लम बस्ती के 70 विद्यार्थी सांय के समय बाल भवन में आते हैं। इन विद्यार्थियों को भी खेलों एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ अन्य विद्याओं में निपुर्ण किया जा रहा हैं।