कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 25 से 28 अक्टूबर तक होने वाले राज्य स्तरीय रत्नावली समारोह के लिए बुधवार को कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने रत्नावली समारोह के पोस्टर का विमोचन करते हुए कहा कि हरियाणा की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रत्नावली महोत्सव का अहम योगदान रहा है।
रत्नावली महोत्सव से युवाओं को प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को आत्मसात करने का एक अवसर मिलता है और अच्छी शिक्षा और संस्कार भी मिलते हैं। इस समारोह में हरियाणा की लुप्त होती प्राचीन विधाओं को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाता है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि समारोह के पोस्टर द्वारा हरियाणवी संस्कृति के द्योतक रत्नावली उत्सव का हर दृष्टि से प्रचार-प्रसार हो ताकि देश विदेश में भी लोग इससे जुड़ सकें। सोशल मीडिया व प्रचार के जितने भी माध्यम है उनके द्वारा रत्नावली समारोह प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस महाकुंभ में इस बार 34 विधाओं में 3000 से ज्यादा कलाकार अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं।
इस मौके पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला, लोक सम्पर्क विभाग की उपनिदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा, डॉ. पवन कुमार, डॉ. मोनिका गुप्ता व डॉ. आनंद जायसवाल मौजूद थे।