जानें क्या है पूरा मामला, बेरोजगारों को कैसे बनाते थे शिकार
शिवपुरी-बी में रहने वाले सुशील कुमार ने 24 जनवरी 2023 को पुलिस अधीक्षक यमुनानगर को दी शिकायत में बताया था कि यमुनानगर के त्यागी गार्डन निवासी उनके रिश्तेदार रवि राय पुत्र सुरेश कुमार तथा उसकी पत्नी रिंकी ने उन्हें बैंक में नौकरी दिलाने की बात कहते हुए उनकी मुलाकात श्याम रेजीडैन्सी, जीरकपुर निवासी किशन कुमार से करवाई। किशन कुमार ने 6 लाख रुपए में बैंक में पक्की नौकरी दिलवाने की बात कही।
पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी दे रहे आरोपी, पीड़ित दंपति ने बताया जान का खतरा
पीड़ित दंपति का आरोप है कि धोखाधड़ी के आरोपी पैसे मांगने पर उल्टा उसे धमकी दे रहे हंै कि हम तुझे कोई पैसा नहीं देंगे, तुझसे जो होता हो कर ले, तु हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। यदि हमारे खिलाफ आगे कोई कार्यवाही करेगा तो तेरे को जान से खत्म कर देंगे और तेरे बच्चों को नुक्सान पहुँचा देंगे।
कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने में सफल रहे थे बंटी-बबली
पीड़ित सुशील कुमार ने बताया कि जब एक साल बाद भी आरोपियों ने पैसे नहीं लौटाए और गांधीनगर पुलिस द्वारा भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो वे 5 जुलाई 2024 को यमुनानगर एसएसपी गंगाराम पुनिया से मिले। उस समय एसएसपी ने गांधीनगर पुलिस को आरोपियों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे लेकिन पुलिस ने 25 दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की। वे फिर 30 जुलाई 2024 को दोबारा एसएसपी से मिलने पहुंचे लेकिन इस बार भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। तत्पश्चात वे 13 अगस्त 2024 को तीसरी बार फिर से एसएसपी से मिलने पहुंचे। पीड़ित सुशील के मुताबिक इस बार एसएसपी ने आश्वासन दिया कि 17 अगस्त तक आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, इस बाबत गांधीनगर पुलिस को आदेश दे दिए गए हैं। लेकिन इस बार भी गांधीनगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजन 9 सितंबर 2024 को आरोपी दंपति रवि राय व रिंकी अदालत से अग्रिम जमानत लेने में सफल हो गए। तत्पश्चात 17 सितंबर को गांधीनगर थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को शामिल तफ्तीश किया तथा गिरफ्तारी दिखाई। आज पुलिस ने मुख्यारोपी कृष्ण लाल को भी जीरकपुर स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया।