भाजपा ने 10 साल प्रदेश में लाठी और गोली की सरकार चलाई है। इस जनविरोधी सरकार के समय में रिकॉर्ड 78 लोग पुलिस की गोली से मारे गए थे। पंचकूला में डेरा प्रकरण के दौरान 40 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें सबसे ज्यादा दलित थे। बताया जा रहा है कि शायद 30 मृतक दलित थे। जबकि बीजेपी ने कोर्ट के आदेशों के खिलाफ पंचकूला में लोगों की भीड़ इकट्ठा होने दी थी। खुद हाईकोर्ट ने 40 लोगों की पुलिस फायरिंग में मौत पर सवाल उठाए, लेकिन बीजेपी किसी का जवाब नहीं दे पाई।
यह बात पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन करनाल में पत्रकार वार्ता में कही। हुड्डा ने पत्रकारों के सामने तमाम सबूतों को दिखाते हुए भाजपा के हर झूठ का पर्दाफाश किया। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ फैलाने में माहिर है। भाजपा कांग्रेस के बारे में सस्ती जमीन अधिग्रहण का आरोप लगाती है।
जबकि कांग्रेस सरकार के समय में हरियाणा और पूरे देश में भूमि अधिग्रहण की किसान हितैषी पॉलिसी लागू की गई थी। हमने पूरे प्रदेश के जमीन के फ्लोर रेट लागू किए थे। इससे पहले इनेलो और भाजपा ने मिलकर किसानों को जमीन अधिग्रहण के नाम पर खूब लूटा था। कांग्रेस ने नियम लागू करवाया था कि जमीन अधिग्रहण पर 33 साल रॉयलिटी दी जाएगी, लेकिन भाजपा ने किसानों को वह भी नहीं दी।
हुड्डा ने केएमपी जमीन अधिग्रहण का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा वाले किसानों को 140 करोड़ रुपए दे रहे थे, जबकि हमने उसी जमीन के 640 करोड़ रुपए मुआवजा दिया। कांग्रेस ने किसानों को रातों-रात करोड़पति बनाने का काम किया था। उन्होंने कहा कि मेरठ से राजस्थान जाने वाले नेशनल हाईवे को भी भाजपा ने कैंसिल करवा दिया और दादूपुर नलवी परियोजना को बंद कर दिया। क्योंकि बीजेपी किसानों को अधिग्रहण की उचित राशि नहीं देना चाहती थी।
उन्होंने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा के बारे में भाजपा द्वारा झूठा प्रचार किया जा रहा है कि उनको जमीन दी। लेकिन मैं चुनौती देता हूं कि एक इंच भी सरकारी जमीन कांग्रेस ने रॉबर्ट वाड्रा को नहीं दी। भाजपा वाड्रा को जमीन देने का सबूत दिखा दे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
फसल मुआवजे के बारे में उन्होंने कहा कि इनेलो-भाजपा के राज में एक-एक, दो-दो रुपए के चेक मिलते थे। कांग्रेस के संज्ञान में मामला आते ही हमने इस नीति को बदला और 10,000 रुपये प्रति एकड़ तक मुआवजे का प्रावधान किया। अब भाजपा के राज में दोबारा सिरसा में दस-दस रुपए के चेक बांटे गए हैं। मंडियों में धान खरीद नहीं हो रही और उन्हें तारीख पर तारीख मिल रही है। कांग्रेस सरकार आते ही धान खरीदा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी हर गारंटी को पूरा करेगी। कांग्रेस ने एक कलम से 1600 करोड़ रुपए के बिजली बिल माफ कर दिए थे, 2300 करोड़ रुपये के किसानों के कर्ज माफ हुए थे।। लेकिन बीजेपी ने एक भी पैसा किसी का माफ नहीं किया।
हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने 10 साल कोई काम नहीं करवाया और केवल कांग्रेस के करवाए कामों का क्रेडिट छीनने में समय बिता दिया। भाजपा हांसी-महम रेल लाइन को अपनी उपलब्धि बता रही हैं जबकि कांग्रेस ने ही 2011 में इस प्रोजेक्ट को मंजूर करवा जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करवाई। बजट का प्रावधान भी करवाया।
31 जुलाई 2013 को इसका शिलान्यास भी कांग्रेस के तत्कालीन मंत्री मल्लिकार्जुन खरगे ने किया था। उसी तरह हिसार हवाई अड्डे को भी भाजपा वाले अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। जबकि कांग्रेस सरकार के समय 2013-14 में हिसार और करनाल में हवाई अड्डे मंजूर हुए थे और उनकी फिजिबिलिटी भी चेक हो चुकी थी। अब भाजपा नेता खट्टर और सैनी छह बार उसी का उद्घाटन और शिलान्यास कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा को एजुकेशन हब बनाने का काम किया था। 2005 से 14 तक राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, आईआईएम, एम्स, आईआईटी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन कुरुक्षेत्र, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी, 6 मेडिकल कॉलेज, 12 विश्वविद्यालय बनाए जैसे अनेकों संस्थान स्थापित किए। भाजपा ने कोई बड़ा संस्थान शुरू नहीं करवाया।
हमने करनाल में मेडिकल कॉलेज बनवाया था और ये यूनिवर्सिटी की घोषणा कर बिल्डिंग भी नहीं बनवा सके। हमने तो 10 साल में कई यूनिवर्सिटी खड़ी कर दी थी। कांग्रेस ने रोजगार बढ़ाने के लिए प्रदेश में छह आईएमटी मानेसर, रोहतक, फरीदाबाद, खरखौदा के साथ-साथ इंडस्ट्रियल हब बनाए। इस वजह से प्रदेश प्रति व्यक्ति आय, निवेश, रोजगार और खेल-खिलाड़ियों में नंबर वन बना। आज हरियाणा अपराध, महंगाई, नशे और बेरोजगारी में नंबर वन गया है। आए दिन हत्या और फिरौती की घटनाएं हो रही हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ मेरिट के आधार पर ही नौकरियां देंगी। भाजपा ने तो कौशल रोजगार निगम को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर परचून की दुकान की तरह नौकरियों को बेचा। यहां बिना मेरिट और रिजर्वेशन के भर्तियां हुई हैं। कौशल निगम के बहाने भाजपा एससी और ओबीसी का आरक्षण खा गई। कांग्रेस कौशल निगम के कर्मियों को समायोजित करके पक्का करेगी औऱ इस व्यवस्था को दुरुस्त करेगी।
उन्होंने कहा कि विपक्षी के पास मुद्दा नहीं है इसलिए मेरे ऊपर भी परिवारवाद के आरोप लगाते हैं। जबकि मेरे दादा स्वतंत्रता सेनानी रहे। मुझे गर्व है कि मेरे पिता स्व. रणबीर सिंह के संविधान पर बाबा साहब के साथ हस्ताक्षर हैं। हम लंबे समय से संघर्ष कर आज यहां तक पहुंचे हैं।
हुड्डा ने बीजेपी छोड़कर आए अशोक तंवर का भी कांग्रेस में स्वागत किया। उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की कि शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग करें और बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएं।